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उत्तराखंड की सियासत में फिर गर्माया गैरसैंण का मुद्दा, स्पीकर ने कही ये बात

जब भी उत्तराखंड विधानसभा का सत्र शुरू होता है तो गैरसैंण का मुद्दा गर्म हो जाता है. सोमवार से उत्तराखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में एक बार फिर सवाल किया गया कि ये सत्र कहां कराया जाएगा देहरादून या फिर गैरसैंण में.

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Published : Jun 22, 2019, 5:16 PM IST

Updated : Jun 22, 2019, 8:48 PM IST

फाइल फोटो

देहरादून: वर्षों से गैर पड़े गैरसैंण को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. गैरसैंण का मुद्दा एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत में गुंजने लगा है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि वो गैरसैंण के पक्ष में हैं और इसलिए वहां विकास कार्य किया जाना है.

पढ़ें- त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में लागू हो सकता है दो बच्चों वाला नियम, शैक्षिक योग्यता अनिवार्य करने पर भी विचार

जब भी उत्तराखंड विधानसभा का सत्र शुरू होता है तो गैरसैंण का मुद्दा गर्म हो जाता है. सोमवार से उत्तराखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में एक बार फिर सवाल किया गया कि ये सत्र कहां कराया जाएगा देहरादून या फिर गैरसैंण में. गैरसैंण में सत्र होना या नहीं होना दोनों ही उत्तराखंड की सियासत में चर्चा का विषय है. हालांकि सोमवार से शुरू होने वाला दो दिवसीय विशेष सत्र इस बार देहरादून में ही कराया जा रहा है.

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल.

शनिवार को इस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का भी बयान आया है. उन्होंने कहा है कि वे पूरी तरह से गैरसैंण के पक्ष में हैं. वे चाहते हैं कि गैरसैंण में सत्र हो. क्योंकि गैरसैंण उत्तराखंड के केंद्र के साथ-साथ आंदोलनकारियों और राज्यवासियों की भावना से भी जुड़ा है.

पढ़ें- हाई कोर्ट शिफ्ट करने के मामले को लेकर अधिवक्ताओं में रोष, चीफ जस्टिस से मुलाकात कर जताएंगे विरोध

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि गैरसैंण का विधान भवन पूरी तरह से तैयार है. वहां किसी भी समय जाकर सत्र करवाया जा सकता है. गैरसैंण के भराड़ीसैण में मौजूद विधानभवन के समीप एक अंतरराष्ट्रीय सत्र का राजनीतिक शोध संस्थान बनवाया जा रहा है. जिसमें कोशिश की जा रही है कि देश भर के जनप्रतिनिधि गैरसैंण की वादियों में आएं और उसका फायदा वहां की आर्थिकी को हो.

देहरादून: वर्षों से गैर पड़े गैरसैंण को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. गैरसैंण का मुद्दा एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत में गुंजने लगा है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि वो गैरसैंण के पक्ष में हैं और इसलिए वहां विकास कार्य किया जाना है.

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जब भी उत्तराखंड विधानसभा का सत्र शुरू होता है तो गैरसैंण का मुद्दा गर्म हो जाता है. सोमवार से उत्तराखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में एक बार फिर सवाल किया गया कि ये सत्र कहां कराया जाएगा देहरादून या फिर गैरसैंण में. गैरसैंण में सत्र होना या नहीं होना दोनों ही उत्तराखंड की सियासत में चर्चा का विषय है. हालांकि सोमवार से शुरू होने वाला दो दिवसीय विशेष सत्र इस बार देहरादून में ही कराया जा रहा है.

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल.

शनिवार को इस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का भी बयान आया है. उन्होंने कहा है कि वे पूरी तरह से गैरसैंण के पक्ष में हैं. वे चाहते हैं कि गैरसैंण में सत्र हो. क्योंकि गैरसैंण उत्तराखंड के केंद्र के साथ-साथ आंदोलनकारियों और राज्यवासियों की भावना से भी जुड़ा है.

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विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि गैरसैंण का विधान भवन पूरी तरह से तैयार है. वहां किसी भी समय जाकर सत्र करवाया जा सकता है. गैरसैंण के भराड़ीसैण में मौजूद विधानभवन के समीप एक अंतरराष्ट्रीय सत्र का राजनीतिक शोध संस्थान बनवाया जा रहा है. जिसमें कोशिश की जा रही है कि देश भर के जनप्रतिनिधि गैरसैंण की वादियों में आएं और उसका फायदा वहां की आर्थिकी को हो.

Intro:Summary- देहरादून में होने जा रहे 2 दिवसीय विशेष सत्र से ठीक पहले एक बार फिर गैरसैण को लेकर सवाल किए जा रहे हैं जिस पर विस अध्यक्ष ने कहा कि वो गैरसैण के पक्षधर है और गैरसैंण में विकास हो रहा है।

एंकर- गैरसैंण का मुद्दा एक बार फिर से सियासत में है। 2 दिवसीय विशेष सत्र से ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि गैरसैंण हर वक्त सत्र करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है और गैरसैंण को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सत्र पर पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास जारी है।


Body:वीओ- स्थायी राजधानी गैरसैण का मुद्दा गाये बगाहे सियासत के केंद्र में विधानसभा सत्र के दौरान आ ही जाता है और यही वजह है कि 2 दिन के विशेष सत्र के ठीक पहले भी गैरसैंण एक बार फिर से सियासदानो के बयानों में है। दरसल जब भी विधानसभा सत्र आहूत होता है तो इस बात को लेकर सभी मे जिज्ञासा होती है कि सत्र कहा करवाया जाएगा देहरादून में या फिर गैरसैंण में। और फिर गैरसैंण में सत्र हो या नही दोनों चर्चा का विषय बनता है। इसी कड़ी में विधानसभा अध्यक्ष ने विशेष सत्र से पहले बयान दिया है कि वो पूरी तरह से गैरसैंण के पक्षधर है। वो चाहते हैं कि गैरसैण में सत्र हो क्योंकि यह उत्तराखंड के केन्द्र के साथ साथ आंदोलनकारियों और राज्यवासियों की भावना से भी जुड़ा है।

मीडिया से बात करते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण का विधानभवन पूरी तरह से तैयार है। वंहा किसी भी समय जाकर सत्र करवाया जा सकता है। अग्रवाल ने कहा कि गैरसैंण के भराड़ीसैण में मौजूद विधानभवन के समीप एक अंतरराष्ट्रीय सत्र का राजनीतिक शोध संस्थान बनवाया जा रहा है जिसमे कोशिश की जा रही है कि देश भर के जनप्रतिनिधि गैरसैंण की वादियों में आये और उसका फायदा वंहा की आर्थिकी को हो।

बाइट- प्रेमचंद अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष


Conclusion:
Last Updated : Jun 22, 2019, 8:48 PM IST
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