देहरादून: उत्तराखंड में जैसे-जैसे चुनाव का दिन पास आता जा रहा है, वैसे-वैसे हर रोज नेताओं के बयानों में भी नये रंग देखने को मिल रहे है. कोई नेता पाला बदल रहा है तो कोई दोस्त को बुरा-भला कह रहा है तो कोई किसी तरह से किसी भी पार्टी में अपनी सेटिंग लगाकर टिकट पाना चाह रहा है. यानी प्रदेश में राजनीति अब पूरे चरम पर है.
कांग्रेस की लिस्ट जारी: उत्तराखंड विधासनभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस में प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. पहली लिस्ट में 53 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए है. नई दिल्ली में शनिवार 22 जनवरी देर रात को पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई.
कांग्रेस ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है, उसमें हरीश रावत का नाम नहीं है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का नाम जरूर पहली लिस्ट में शामिल है. गणेश गोदियाल को पौड़ी जिले की श्रीनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है. घोषित सूची में पार्टी के सभी नौ सिटिंग विधायकों को जगह दी है. खटीमा सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ पार्टी ने भुवन चंद्र कापड़ी को मैदान में उतारा है. पहली सूची में तीन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है.
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हरीश रावत और रंजीत रावत आसमने-सामने: कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर अभी भी माथापच्ची जारी है. हालांकि, पार्टी ने 53 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन 17 सीटों पर अब भी मुश्किलें बरकरार हैं. वहीं, रामनगर सीट से कांग्रेस दावेदार रंजीत रावत पिछले 5 साल से तैयारी कर रहे हैं. अब चर्चा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं.
उत्तराखंड में कांग्रेस 17 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चा कर रही है, लेकिन इनमें सबसे हॉट सीट रामनगर विधानसभा बनी हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकि खबर है कि हरीश रावत खुद इस सीट से चुनाव लड़ने के मूड में हैं, लेकिन पिछले 5 साल से इस सीट पर रंजीत रावत तैयारी करते रहे हैं. हालांकि 2017 में वह भाजपा के प्रत्याशी से हार गए थे, लेकिन तभी से वह इस सीट पर चुनावी अंकगणित जुटाने में लगे हुए हैं.
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सुमित संभालेंगे इंदिरा की विरासत: कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं इंदिरा हृदयेश के कारण कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी की सीट हमेशा से ही उत्तराखंड की राजनीतिक सुर्खियों में रही है. ऐसे में कांग्रेस ने उनके उत्तराधिकारी सुमित हृदयेश को टिकट दिया है. टिकट मिलने के बाद पार्टी का आभार जताते हुए सुमित हृदयेश ने कहा कि मां के विचारों और उनकी कार्यशैली पर अधूरे कामों का पूरा करेंगे. इस दौरान सुमित हृदयेश ने कहा कि प्रदेश में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है. ऐसे में वह हल्द्वानी के विकास के प्रतिबद्ध हैं.
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हरीश रावत पर सीएम का कटाक्ष: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों को जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें उत्तराखंड कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष और पूर्व सीएम हरीश रावत का नाम शामिल नहीं है. ऐसे में संशय बना हुआ है कि हरीश रावत उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेंगे या नहीं है. वहीं इसको लेकर जब सीएम पुष्कर सिंह धामी से सवाल किया गया तो उन्होंने हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद इस बार वे चुनाव से दूर जा रहे हों. साथ ही उन्होंने कहा कि एक दो दिनों में बीजेपी अपनी दूसरी लिस्ट भी जारी करने वाली है.
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27 जनवरी को सीएम करेंगे नामांकन: विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सभी सियासी दलों ने अपनी राजनीतिक रणनीति तैयार कर ली है. वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 27 जनवरी को खटीमा से नामांकन करेंगे. जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार से नामांकन करेंगे. उत्तराखंड भाजपा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को पार्टी का चुनाव चिन्ह देकर औपचारिकता पूरी की. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दावा किया कि भाजपा एक बार फिर से उत्तराखंड में अपना परचम लहराएगी.
वहीं, उत्तराखंड में भाजपा ने डिजिटल प्रचार शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने 70 विधानसभाओं के लिए एलईडी वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया. ये वाहन सभी 70 विधानसभा में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेगी.
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कांग्रेस में बगावत: यमुनोत्री विधानसभा सीट से कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण को टिकट दिया है, जिसके बाद साल 2017 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे संजय डोभाल के समर्थन में सैकड़ों कांग्रेसी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा देकर बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है. कांग्रेस के निवर्तमान ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व प्रत्याशी सजंय डोभाल ने कांग्रेस हाईकमान पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जिस कांग्रेस को वह गांधी की कांग्रेस समझते थे, वह भ्रष्टाचारियों की पार्टी है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर 5 करोड़ रुपए में टिकट बेचने का आरोप लगाया है. इसलिए अब वो निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस को सबक सिखाएंगे.
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कांग्रेस की लिस्ट में महिलाओं की अनदेखी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में महज तीन महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है. जबकि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के नारे 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' के साथ उम्मीदें थी कि कांग्रेस के टिकट वितरण के दौरान महिलाओं को तवज्जो दी जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. वहीं भाजपा की बात करें तो 59 सीटों में 6 महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. यही नहीं कुमाऊं मंडल की पर्वतीय विधानसभा सीटों में सबसे ज्यादा महिला मतदाता होंने के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी ने महिला प्रत्याशियों को खास स्थान नहीं दिया है.
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हालांकि पूर्व सीएम हरीश रावत पूर्व में महिलाओं को ज्यादा भागीदारी देने की बात तो कर रहे थे लेकिन टिकट वितरण से साफ हो गया है कि महिला प्रत्याशी उतारने के मामले में बीजेपी अभी कांग्रेस से आगे है. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के मतदान में प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी 68% से अधिक थी जबकि पुरुषों की भागीदारी सिर्फ 61% थी.