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जहरीली शराब प्रकरण: विधानसभा में पेश की गई जांच रिपोर्ट, कइयों पर गिर सकती है गाज - इंदिरा हृदयेष

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार ने इस प्रकरण में समिति का गठन विपक्ष को बिना भरोसे में लेकर किया था, जोकि सदन की मर्यादा और परंपरा के खिलाफ है.

उपनेता प्रतिपक्ष करण माहरा
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Published : Feb 22, 2019, 11:05 PM IST

देहरादून: जहरीली शराब कांड की जांच के लिए गठित की गई समिति ने विधानसभा में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. रिपोर्ट में आबकारी विभाग, पुलिस विभाग व जिला प्रशासन की खामियां सामने आईं हैं. रिपोर्ट के तहत इन विभागों के कई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. वहीं इस रिपोर्ट पर, विपक्ष ने सवाल खड़े करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जांच रिपोर्ट पर विपक्ष ने उठाए सवाल

पढे़ं- बजट सत्रः आज सदन में आएगी जहरीली शराब कांड पर रिपोर्ट, हो सकते हैं बड़े खुलासे

बता दें, रुड़की में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. जिसके बाद इस मामले में उत्तराखंड सरकार ने आबकारी व पुलिस विभाग के 18 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया था और सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन यानी 12 फरवरी को पीठ ने जहरीली शराब कांड की जांच को लेकर एक समिति का गठन किया था.

गठित की गई समिति का अध्यक्ष बीजेपी विधायक खजान दास को बनाया गया था. साथ ही इस समिति में अन्य नेताओं को भी शामिल किया था.

वहीं, इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार ने इस प्रकरण में समिति का गठन विपक्ष को बिना भरोसे में लेकर किया था, जोकि सदन की मर्यादा और परंपरा के खिलाफ है. इसके साथ ही विपक्ष नेता करण महरा ने भी जांच के लिए गठित की गई समिति पर सवाल खड़े हुए हैं.

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देहरादून: जहरीली शराब कांड की जांच के लिए गठित की गई समिति ने विधानसभा में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. रिपोर्ट में आबकारी विभाग, पुलिस विभाग व जिला प्रशासन की खामियां सामने आईं हैं. रिपोर्ट के तहत इन विभागों के कई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. वहीं इस रिपोर्ट पर, विपक्ष ने सवाल खड़े करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जांच रिपोर्ट पर विपक्ष ने उठाए सवाल

पढे़ं- बजट सत्रः आज सदन में आएगी जहरीली शराब कांड पर रिपोर्ट, हो सकते हैं बड़े खुलासे

बता दें, रुड़की में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. जिसके बाद इस मामले में उत्तराखंड सरकार ने आबकारी व पुलिस विभाग के 18 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया था और सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन यानी 12 फरवरी को पीठ ने जहरीली शराब कांड की जांच को लेकर एक समिति का गठन किया था.

गठित की गई समिति का अध्यक्ष बीजेपी विधायक खजान दास को बनाया गया था. साथ ही इस समिति में अन्य नेताओं को भी शामिल किया था.

वहीं, इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार ने इस प्रकरण में समिति का गठन विपक्ष को बिना भरोसे में लेकर किया था, जोकि सदन की मर्यादा और परंपरा के खिलाफ है. इसके साथ ही विपक्ष नेता करण महरा ने भी जांच के लिए गठित की गई समिति पर सवाल खड़े हुए हैं.

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Intro:जहरीली शराब कांड की जांच के लिए विधानसभा के पीठ ने समिति गठन किया था। शुक्रवार को सदन की कार्रवाई के दौरान समिति के अध्यक्ष खजान दास ने रिपोर्ट सदन पटल पर रख दिया है। और बताया जा रहा है जहरीली शराब कांड की रिपोर्ट में आबकारी विभाग, पुलिस विभाग व जिला प्रशासन की कई कमियां सामने निकल कर आई हैं और इस रिपोर्ट के तहत इन विभागों के कई कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है।




Body:आपको बता दें कि रुड़की क्षेत्र में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद इस मामले में उत्तराखंड सरकार ने आबकारी व पुलिस विभाग के 18 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया था। और सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन यानी 12 फरवरी को पीठ ने जहरीली शराब कांड की जांच को लेकर एक समिति गठित की थी। जिसमें समिति अध्यक्ष का जिम्मा भाजपा विधायक खजान दास को दिया गया था। इसके साथ ही तमाम अन्य नेताओं को भी शामिल किया गया था।

शुक्रवार को समिति की रिपोर्ट सदन पटल पर रखे जाने पर विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा। वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार ने इस प्रकरण में समिति का गठन विपक्ष को बिना भरोसे में लेकर बनाया गया है। जोकि सदन की मर्यादा और परंपरा के खिलाफ है। लेकिन अगर सदन के पीठ के निर्देश में कोई समिति गठन किया जाए तो विपक्ष को भी पता होना चाहिए कि क्या समिति गठन किया गया है। इसके साथ ही विपक्ष नेता करण महरा ने बताया कि ज़हरीली प्रकरण में बाई गयी समिति में बस एक ही जात के लोगो को सदस्य बनाया गया है। जोकि गलत है।


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