देहरादून: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी शुक्रवार को दून अस्पताल में पहुंची, जहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती नवजात का हालचाल जाना. बीते गुरुवार को चक्खुवाला इलाके में नवाजात लावारिस हालत में मिली थी. जिसे स्थानीय लोगों ने दून मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. ऊषा नेगी ने नवाजात का इलाज कर रहे डॉक्टरों से उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.
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इस दौरान ऊषा नेगी ने कहा कि यह समाज के लिए बहुत गंभीर और दुखदायी विषय है. हमें यह सोचना चाहिए कि समाज आज किस दिशा में जा रहा है. आज विज्ञापनों के माध्यम से समाज के सामने जो परोसा जा रहा है, उससे भी समाज में विकृत मानसिकता पैदा हो रही है.
जिन इलाके में ये नवजात मिल रहे हैं, उस इलाके में कहीं न कहीं सीसीटीवी कैमरे जरूर लगे होंगे. ऐसे में समाज की भी जिम्मेदारी बनती है कि उन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने का काम करें, ताकि ऐसे लोगों की पहचान हो सके.
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पुलिस को भी इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और इस तरह के मामलों की जांच कैसे की जाए उस पर फोकस करना चाहिए. उसके बाद ही नवजात के बारे में कोई जानकारी मिल पाएगी और दोषियों को सजा दी जा सकेगी.
बता दें कि शुक्रवार को जिस नवजात का हालचाल जानने ऊषा नेगी दून अस्पताल गई थी. वो नवजात चुक्खुवाला इलाके में एक नाले के पास पड़ी हुई मिली था. जिसे पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दून अस्पताल में भर्ती कराया था.