देहरादून: कोरोना संक्रमण से पहले ही बेहाल जनता के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं महंगी होने जा रही हैं. नए साल में राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज महंगा होने जा रहा है. ओपीडी के पर्चों से लेकर पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी की जांचों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है. इसके खिलाफ समाजसेवी भी सामने आकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं.
बता दें, वित्त विभाग के आदेश के अनुसार सभी सरकारी अस्पतालों में यूजर चार्जेस 10 फीसदी बढ़ गए हैं. नए साल में आम जनमानस को सरकारी अस्पतालों में पर्चे से लेकर पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी जांचों के लिए 10 प्रतिशत अधिक रुपए चुकाने होंगे. इस संबंध में कोरोनेशन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. उप्रेती का कहना है कि 1 जनवरी, 2021 से यूजर चार्जेस के रेट बढ़ा दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जो ओपीडी का पर्चा पहले 25 रुपए में बनता था. इसके लिए मरीजों को अब 28 रुपए चुकाने होंगे. इसी तरह से पैथोलॉजिकल, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड कराने के लिए भी मरीजों को अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा.
उधर, अस्पतालों की स्वास्थ्य सुविधाओं में 10 प्रतिशत यूजर्स चार्जेस बढ़ाए जाने का विरोध शुरू हो गया है. समाजसेवी और राज्य आंदोलनकारी मोहन खत्री का कहना है कि कोरोना संक्रमण से पहले से ही त्रस्त जनता के ऊपर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को पत्र लिखकर चिकित्सकीय सुविधाओं में वृद्धि न किए जाने का आग्रह किया है, ताकि कोरोना काल में मरीजों को थोड़ी राहत मिल सके.
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दरअसल, नए साल के बाद मरीजों को सरकारी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 518 रुपये की जगह 570 रुपये चुकाने होंगे. इसी तरह एक्स-रे कराने के लिए 182 रुपये की जगह 200 रुपया शुल्क चुकाना पड़ेगा. बता दें, प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में हर साल चिकित्सकीय सुविधाओं में वृद्धि की जाती रही है.