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मीडिया के सवालों से बचते नजर आए निशंक, महंगाई और बेरोजगारी समेत कई मुद्दों पर साधी चुप्पी - Unemployment issue

कृषि संशोधन कानून को लेकर देहरादून पीसी करने आए केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. पीसी के बाद हाथरस मामला समेत कई मुद्दों पर जवाब देने से पहले ही निशंक वहां से उठकर चले गए.

निशंक
सवालों से बचते नजर आए निशंक
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Published : Oct 3, 2020, 9:00 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 10:51 PM IST

देहरादून: भाजपा इन दिनों कई मुद्दों पर घिरी हुई है. यही वजह है कि मंत्री से लेकर तमाम बड़ें दिग्गज सवालों से बचते नजर आ रहे हैं. इसका एक असर आज केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की प्रेस कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम के दौरान देखने को मिला. जहां पर उन्होंने कृषि संसोधन कानून पर मोदी सरकार का पक्ष रखा, लेकिन जब मीडिया ने उनसे सवाल किया गया तो वह उठकर चले गए.

एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने कृषि संशोधन कानून पर तकरीबन आधे घंटे तक सरकार का पक्ष रखा और कांग्रेस से सवाल किए, लेकिन बारी जब मीडिया के सवालों की आई तो केंद्रीय मंत्री बिना किसी के सुने उठकर चले गए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंची मीडिया सरकार से हाथरस मामला, बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, कोरोना संक्रमण, घटती जीडीपी समेत कई मुद्दों पर सवाल पूछने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही निशंक बिना सवाल सुनें ही नदारद हो गए. ऐसे में लगता है कि सरकार के तमाम बड़े नेता मौजूदा हालतों के सवालों से भाग रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कृषि संशोधन कानून पर निशंक ने रखा सरकार का पक्ष, कांग्रेस को सुनाई जमकर खरी खोटी

ऐसा केवल केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ नहीं, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत सहित भाजपा के तमाम बड़े नेताओं का हाल है. जहां पर भाजपा नेता केवल अपने मन की बात करते हैं, लेकिन जब उनसे सवाल किया जाता है तो उनसे जवाब देते नहीं बनता और वह आगे बढ़ जाते हैं.

भाजपा नेताओं के इस रवैया से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बात चाहे हाथरस मामले की हो या फिर पूरे देश में किसान बिल पर हो रहे विरोध की. कहीं ना कहीं सरकार जनता को यह समझाने में विफल हो रही है कि उनके द्वारा लिया गया फैसला जनता के हित में है या नहीं.

देहरादून: भाजपा इन दिनों कई मुद्दों पर घिरी हुई है. यही वजह है कि मंत्री से लेकर तमाम बड़ें दिग्गज सवालों से बचते नजर आ रहे हैं. इसका एक असर आज केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की प्रेस कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम के दौरान देखने को मिला. जहां पर उन्होंने कृषि संसोधन कानून पर मोदी सरकार का पक्ष रखा, लेकिन जब मीडिया ने उनसे सवाल किया गया तो वह उठकर चले गए.

एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने कृषि संशोधन कानून पर तकरीबन आधे घंटे तक सरकार का पक्ष रखा और कांग्रेस से सवाल किए, लेकिन बारी जब मीडिया के सवालों की आई तो केंद्रीय मंत्री बिना किसी के सुने उठकर चले गए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंची मीडिया सरकार से हाथरस मामला, बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, कोरोना संक्रमण, घटती जीडीपी समेत कई मुद्दों पर सवाल पूछने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही निशंक बिना सवाल सुनें ही नदारद हो गए. ऐसे में लगता है कि सरकार के तमाम बड़े नेता मौजूदा हालतों के सवालों से भाग रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कृषि संशोधन कानून पर निशंक ने रखा सरकार का पक्ष, कांग्रेस को सुनाई जमकर खरी खोटी

ऐसा केवल केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ नहीं, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत सहित भाजपा के तमाम बड़े नेताओं का हाल है. जहां पर भाजपा नेता केवल अपने मन की बात करते हैं, लेकिन जब उनसे सवाल किया जाता है तो उनसे जवाब देते नहीं बनता और वह आगे बढ़ जाते हैं.

भाजपा नेताओं के इस रवैया से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बात चाहे हाथरस मामले की हो या फिर पूरे देश में किसान बिल पर हो रहे विरोध की. कहीं ना कहीं सरकार जनता को यह समझाने में विफल हो रही है कि उनके द्वारा लिया गया फैसला जनता के हित में है या नहीं.

Last Updated : Oct 3, 2020, 10:51 PM IST
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