देहरादून: केंद्र सरकार द्वारा देश के उत्तरी हिस्से में गांवों से पलायन रोकने व गांवों को सर्व सुविधायुक्त बनाने के लिये वाइब्रेंट विलेज योजना चलाई जा रही है. इसी के चलते केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल आगामी 16 अप्रैल को उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के गुंजी गांव में रात्रि विश्राम करेंगे. देश की सीमाओं को सशक्त और स्थानीय लोगों की भूमिका को सीमांत एरिया की सुरक्षा में महत्वपूर्ण बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में वाइब्रेंट विलेज योजना का विजन देश के सामने रखा है. पीयूष गोयल पिथौरागढ़ का दो दिवसीय दौरा करेंगे और इस दौरान वह एक रात सीमांत क्षेत्र गुंजी गांव में बिताएंगे.
पिथौरागढ़ है कई मायनों में महत्वपूर्ण: उत्तराखंड का सीमांत जिला जहां एक तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बेहद महत्वपूर्ण है तो वहीं पिथौरागढ़ से होने वाली मानसरोवर यात्रा के लिहाज से धार्मिक पर्यटन के लिए यह क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण है. कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 17 किलोमीटर के कठिन पैदल मार्ग को केंद्र सरकार के प्रयासों से अब कुछ किलोमीटर में ही सीमित कर दिया गया है. जिसके चलते सीमांत क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बढ़ी है. इससे बॉर्डर सुरक्षा और मजबूत करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
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स्थानीय लोगों के फीडबैक लिये जाएंगे: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पिथौरागढ़ में होने वाले दौरे को लेकर उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अपने इस दौरे में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का सीमांत क्षेत्र में फीडबैक लेंगे और स्थानीय लोगों के साथ रात्रि विश्राम करेंगे.