ऋषिकेश: केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने परमार्थ निकेतन अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती के सान्निध्य में विश्व ग्लोब का जलाभिषेक कर जल संरक्षण का संकल्प लिया. वहीं, आज वो परमार्थ निकेतन से विदाई लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विन चौबे ने कहा कि मां गंगा के तट पर स्थित परमार्थ निकेतन में रात्रि विश्राम करने का दिव्य अवसर प्राप्त हुआ. मेरे जीवन के पवित्र अवसरों में से यह एक सर्वोत्तम अवसर है. आज मैं मां गंगा के पावन सान्निध्य में परमार्थ निकेतन में हूं. गंगा आरती की दिव्य परंपरा न केवल परमार्थ निकेतन गंगा तट पर आरंभ की, बल्कि काशी सहित देश के कई स्थानों पर गंगा आरती का आयोजन किया जाता है. यह प्रकृति और नदियों के संरक्षण का अनुपम उदाहरण है. प्रकृति का संरक्षण हम सभी का परम कर्तव्य है.
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन का केंद्र नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और तीर्थाटन का केंद्र है. इसलिए कभी भी मां गंगा के आंचल को गंदा न करें. उन्होंने कहा कि अगर 'वंदे मातरम्' के नारे से भारत को आजादी मिली तो 'गंगे मातरम्' से भारत की संस्कृति और सभ्यता की रक्षा की जा सकती है. इसलिए मां गंगा की आरती करते हुए हम अविरल गंगा, निर्मल गंगा के संकल्प को दोहराते रहें.