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उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, अब तक 4 की मौत, उफान पर कई नदियां - Heavy rain in Uttarakhand

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से हालात बेहद खराब हैं. पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश का हालचाल जाना है. अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी से बारिश के कारण प्रदेश के हालात कैसे हैं ये जानकारी ली है.

Bad weather condition in uttarakhan
Bad weather condition in uttarakhan
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Published : Oct 18, 2021, 1:47 PM IST

Updated : Oct 18, 2021, 3:34 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर साल 2013 की तरह भयावह स्थिति बनती नजर आ रही है. प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में 24 घंटे से ज्यादा समय से भी बारिश हो रही है. ऐसे में राज्य और केंद्र सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने भी उत्तराखंड के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली है.

इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी दी है. सीएम धामी ने बताया है कि गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर राज्य में भारी बारिश से बचाव और तैयारियों के विषय में जानकारी ली है. साथ ही केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. सीएम धामी ने सभी जिलाधिकारियों को हर घंटे रिपोर्ट अपडेट करने के लिए कहा है.

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान दिया था: मौसम विभाग ने प्रदेश में तीन दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई है. ऐसे में विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. कल देर रात से रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में बारिश जारी है. वहीं, आज इन जनपदों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में एहतियातन केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है. प्रशासन ने चारधाम यात्रियों से बारिश में यात्रा पर न आने की अपील की है. साथ ही यात्रियों को अभी यथास्थान पर रुकने के लिए कहा गया है.

पढ़ें- Weather Update: उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी, चारधाम यात्रा पर लगा 'ब्रेक'

चमोली: जिले में मौजूद बदरीनाथ धाम में बीते रोज 6,613 श्रद्धालु पहुंचे. हेमकुंड धाम साहिब के कपाट बंद हो चुके हैं. चमोली जिले में अब तक 49 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो दर्ज की जा चुकी है. चमोली में जनपद में बहने वाली तीनों नदियां ( अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी) खतरे के निशान के करीब बह रहीं हैं.

ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH-58 तोताघाटी पास बंद था, जिसे आज सुबह 8 बजे से खोला गया है. इसके अलावा बदरीनाथ हाईवे 07 भी रडांग बैंड और पागल नाले के पास बंद है.

देहरादून: जनपद में भी लगातार हो रही हो रही है. मसूरी और नागथात में अब तक 26.50 मिमी और 22.50 मिमी दर्ज की गई है. इसके अलावा देहरादून जिले में एक राज्य मार्ग और दो ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है.

हरिद्वार: जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. हरिद्वार में कोई सड़क मार्ग को अवरुद्ध नहीं है. रुड़की में अभी तक 50 मिमी बारिश हो चुकी है. तो वहीं, हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 291.05 मीटर पर है, जबकि खतरे का स्तर 294.00 मीटर है.

पौड़ी: जिले में लगातार बारिश हो रही है, जिले में अब तक सबसे ज्यादा लैंसडाउन में 48 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

उत्तरकाशी: जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. जिले में अधिकतम बारिश 27 मिमी चिन्यालीसौड़ इलाके में दर्ज की गई है. उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बीते रोज कुल 1,187 श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचे हैं. मार्गों की बात करें तो ऋषिकेश-गंगोत्री एनएच-108 नगुण के पास लैंडस्लाइड होने की वजह से बाधित है. इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में दो अन्य ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है.

रुद्रप्रयाग: जिले में अबतक अधिकतम बारिश 55 मिमी दर्ज की गई है. रुद्रप्रयाग में बहने वाली नदी अलकनंदा भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. जिले में राजमार्ग और ग्रामीण सड़कें खुली हुई हैं.

टिहरी: जिले में मौजूद टिहरी बांध का जलस्तर 827.70 मीटर जबकि बांध का अधिकतम जलस्तर 830 मीटर है. देवप्रयाग क्षेत्र में अधिकतम बारिश 27 मिमी दर्ज की जा चुकी है. मार्गो की अगर बात करें तो जिले में केवल दो ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

उधम सिंह नगर में भी लगातार बारिश हो रही है. जिले में अब तक सबसे ज्यादा खटीमा में 83 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है.

बागेश्वर: जिले में गरुड़ क्षेत्र में अबतक अधिकतम बारिश 38 मिमी दर्ज की जा चुकी है. बागेश्वर जिले में सरयू नदी और गोमती नदी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बागेश्वर में एक मुख्य जिला मार्ग बंद है, जिसे खोला जा रहा है.

नैनीताल: हल्द्वानी में अबतक 128 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है. इसके अलावा नैनीताल में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिले के अन्य इलाकों में भी लगातार भारी बारिश हो रही है.

अल्मोड़ा: द्वाराहाट में अभी तक 71 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है.

चंपावत: जिले में बहने वाली शारदा नदी का जलस्तर तकरीबन 219 मीटर है, जबकि खतरे का स्तर 221 मीटर है, जिले में सबसे अधिक 183 मिमी बारिश लोहाघाट क्षेत्र में दर्ज की गई है. जिले में एनएच 09 स्वाला और भारतोली के पास लैंडस्लाइड होने की वजह से बंद है.

पिथौरागढ़: जिले में काली नदी, गौरा नदी और सरयू नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है. इसके साथ ही जनपद में अबतक 82 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है, जिले में एक बॉर्डर रोड और एक ग्रामीण मार्ग बंद है, जिसे खोलने की कार्रवाई जारी है.

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर साल 2013 की तरह भयावह स्थिति बनती नजर आ रही है. प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में 24 घंटे से ज्यादा समय से भी बारिश हो रही है. ऐसे में राज्य और केंद्र सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने भी उत्तराखंड के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली है.

इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी दी है. सीएम धामी ने बताया है कि गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर राज्य में भारी बारिश से बचाव और तैयारियों के विषय में जानकारी ली है. साथ ही केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. सीएम धामी ने सभी जिलाधिकारियों को हर घंटे रिपोर्ट अपडेट करने के लिए कहा है.

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान दिया था: मौसम विभाग ने प्रदेश में तीन दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई है. ऐसे में विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. कल देर रात से रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में बारिश जारी है. वहीं, आज इन जनपदों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में एहतियातन केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है. प्रशासन ने चारधाम यात्रियों से बारिश में यात्रा पर न आने की अपील की है. साथ ही यात्रियों को अभी यथास्थान पर रुकने के लिए कहा गया है.

पढ़ें- Weather Update: उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी, चारधाम यात्रा पर लगा 'ब्रेक'

चमोली: जिले में मौजूद बदरीनाथ धाम में बीते रोज 6,613 श्रद्धालु पहुंचे. हेमकुंड धाम साहिब के कपाट बंद हो चुके हैं. चमोली जिले में अब तक 49 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो दर्ज की जा चुकी है. चमोली में जनपद में बहने वाली तीनों नदियां ( अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी) खतरे के निशान के करीब बह रहीं हैं.

ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग NH-58 तोताघाटी पास बंद था, जिसे आज सुबह 8 बजे से खोला गया है. इसके अलावा बदरीनाथ हाईवे 07 भी रडांग बैंड और पागल नाले के पास बंद है.

देहरादून: जनपद में भी लगातार हो रही हो रही है. मसूरी और नागथात में अब तक 26.50 मिमी और 22.50 मिमी दर्ज की गई है. इसके अलावा देहरादून जिले में एक राज्य मार्ग और दो ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है.

हरिद्वार: जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. हरिद्वार में कोई सड़क मार्ग को अवरुद्ध नहीं है. रुड़की में अभी तक 50 मिमी बारिश हो चुकी है. तो वहीं, हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 291.05 मीटर पर है, जबकि खतरे का स्तर 294.00 मीटर है.

पौड़ी: जिले में लगातार बारिश हो रही है, जिले में अब तक सबसे ज्यादा लैंसडाउन में 48 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

उत्तरकाशी: जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. जिले में अधिकतम बारिश 27 मिमी चिन्यालीसौड़ इलाके में दर्ज की गई है. उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बीते रोज कुल 1,187 श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचे हैं. मार्गों की बात करें तो ऋषिकेश-गंगोत्री एनएच-108 नगुण के पास लैंडस्लाइड होने की वजह से बाधित है. इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में दो अन्य ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है.

रुद्रप्रयाग: जिले में अबतक अधिकतम बारिश 55 मिमी दर्ज की गई है. रुद्रप्रयाग में बहने वाली नदी अलकनंदा भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. जिले में राजमार्ग और ग्रामीण सड़कें खुली हुई हैं.

टिहरी: जिले में मौजूद टिहरी बांध का जलस्तर 827.70 मीटर जबकि बांध का अधिकतम जलस्तर 830 मीटर है. देवप्रयाग क्षेत्र में अधिकतम बारिश 27 मिमी दर्ज की जा चुकी है. मार्गो की अगर बात करें तो जिले में केवल दो ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है, जिन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है.

उधम सिंह नगर में भी लगातार बारिश हो रही है. जिले में अब तक सबसे ज्यादा खटीमा में 83 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है.

बागेश्वर: जिले में गरुड़ क्षेत्र में अबतक अधिकतम बारिश 38 मिमी दर्ज की जा चुकी है. बागेश्वर जिले में सरयू नदी और गोमती नदी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बागेश्वर में एक मुख्य जिला मार्ग बंद है, जिसे खोला जा रहा है.

नैनीताल: हल्द्वानी में अबतक 128 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है. इसके अलावा नैनीताल में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिले के अन्य इलाकों में भी लगातार भारी बारिश हो रही है.

अल्मोड़ा: द्वाराहाट में अभी तक 71 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है.

चंपावत: जिले में बहने वाली शारदा नदी का जलस्तर तकरीबन 219 मीटर है, जबकि खतरे का स्तर 221 मीटर है, जिले में सबसे अधिक 183 मिमी बारिश लोहाघाट क्षेत्र में दर्ज की गई है. जिले में एनएच 09 स्वाला और भारतोली के पास लैंडस्लाइड होने की वजह से बंद है.

पिथौरागढ़: जिले में काली नदी, गौरा नदी और सरयू नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है. इसके साथ ही जनपद में अबतक 82 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है, जिले में एक बॉर्डर रोड और एक ग्रामीण मार्ग बंद है, जिसे खोलने की कार्रवाई जारी है.

Last Updated : Oct 18, 2021, 3:34 PM IST
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