देहरादूनः 17 बैंकों के समूह की अगुवाई करने वाले यूनियन बैंक (Union Bank of India) और डीएचएफएल से जुड़े सबसे बड़े कथित 34 हजार करोड़ के घोटाले की बात सामने आने के बाद यूनियन बैंक के खाता धारक डरे हुए हैं. इस घोटाले के सामने आने के बाद कहीं न कहीं हर कोई अपने पैसे को लेकर चिंतित है. ऐसे समय में जब यूनियन बैंक से ग्राहकों का भरोसा टूट जा रहा है, तब उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय उप महाप्रबंधक लोकनाथ साहू ने अपने सभी खाताधारकों से अपील की है कि उनका पैसा सुरक्षित हाथों में है. अगर इस तरह के घोटाले कहीं पर होते हैं तो बैंक अपने सभी हितों को सुरक्षित रखते हुए आगे बढ़ता है.
उप महाप्रबंधक और उत्तराखंड में यूनियन बैंक के रीजनल ऑफिसर लोकनाथ साहू (Deputy General Manager Loknath Shaoo) ने बताया कि उत्तराखंड में यूनियन बैंक के तकरीबन 4 लाख अकाउंट होल्डर हैं. उनका कहना है कि यूनियन बैंक के किसी रीजन में अगर इस तरह का घोटाला हुआ है, तो उसका इस रीजन से कोई लेना देना नहीं है. ऐसे में खाताधारकों के हित और उनका पैसा सुरक्षित है. यूनियन बैंक के खाताधारकों को बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है.
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) के गढ़वाल मंडल के रीजनल ऑफिस देहरादून के उप महाप्रबंधक लोकनाथ साहू ने बताया कि यूनियन बैंक की गढ़वाल मंडल में 68 ब्रांच हैं. चार लाख से ज्यादा अकाउंट होल्डर हैं. उन्होंने बताया कि यूनियन बैंक उत्तराखंड के सभी दुर्गम इलाकों तक लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहा है. पहाड़ों पर लिक्विड मनी के लिए रिमोट एरियाज में एटीएम भी स्थापित किए गए हैं. चारधाम यात्रा रूट पर भी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सभी एटीएम को 24 घंटे फुल रखा जाता है, ताकि किसी भी तरह से यात्रियों को कोई परेशानी ना हो.
क्या है मामला: दरअसल, CBI ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह के साथ कथित 34,615 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन के खिलाफ ताजा मामला दर्ज किया है. ये एजेंसी की जांच के दायरे में आई अबतक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई आरोपियों के मुंबई स्थित 12 ठिकानों की तलाशी ले रही है. जांच एजेंसी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लि. (डीएचएफएल), तत्कालीन चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कपिल वधावन, निदेशक धीरज वधावन और रियल्टी क्षेत्र की छह कंपनियों को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह के साथ कथित तौर पर 34,615 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के लिये आपराधिक साजिश में शामिल होने को लेकर मामला दर्ज किया है. सीबीआई ने बैंक से 11 फरवरी 2022 को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की है. वधावन बंधु कथित भ्रष्टाचार के मामले में फिलहाल सीबीआई जांच के घेरे में हैं