देहरादून: आज राजधानी देहरादून भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय भवन का भूमिपूजन और शिलान्यास कार्यक्रम किया गया. उसके साथ ही इस भूमिपूजन और शिलान्यास पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिये हैं. क्षेत्रीय दल यूकेडी ने भाजपा कार्यालय की भूमि को लेकर घोटाले का अंदेशा जताते हुए जांच की मांग की है.
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल और सुनील ध्यानी ने संयुक्त पत्रकार वार्ता करते हुए भाजपा प्रदेश कार्यालय की भूमि घोटाले की जांच की मांग उठाई है. उन्होंने भाजपा कार्यालय की भूमि खरीद फरोख्त में बड़े घोटाले का अंदेशा जताया है. यूकेडी नेताओं का कहना है कि यह जमीन देहरादून के रिंग रोड पर स्थित है और यह भूमि पूर्व में रानी पद्मावती के नाम पर दर्ज थी. यह जमीन सीलिंग की भूमि थी. यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर सीलिंग की भूमि को रेगुलर किस आधार पर कर दिया गया? इसका म्यूटेशन तथा दाखिल खारिज करने के पीछे किन अधिकारियों और नेताओं की भूमिका हो सकती है?
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उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह भूमि भारतीय जनता पार्टी के किन भाजपा नेताओं ने विक्रय की है. इसको खरीदने वाले कौन भाजपा नेता हैं? इसकी भी जांच होनी चाहिए. यूकेडी नेताओं ने कहा कि यदि जल्द ही उत्तराखंड सरकार इसकी जांच नहीं करती हो तो वह इस भूमि की जांच सीबीआई से कराने की मांग करेंगे.
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इधर, आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा के नए कार्यालय के भूमि पूजन पर सवाल खड़े किए हैं. आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया का कहना है कि जिस भूमि पूजन पर भाजपा बड़ी-बड़ी बातें कर रही है क्या वह जमीन से जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक करेगी? आखिर कैसे रानी पद्मावती की जमीन भाजपा तक पहुंची, इसका खुलासा होना चाहिए.
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बता दें कि भाजपा के आज नए कार्यालय के भूमि पूजन अवसर पर मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री विधायक सांसद मौजूद रहे. वहीं, दिल्ली से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री निशंक, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की उपस्थिति में भूमि पूजन का आयोजन किया गया. मगर प्रदेश की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने भाजपा के नए प्रदेश कार्यालय की जमीन पर घोटाले का अंदेशा जताते हुए जांच की मांग उठाई है.