ETV Bharat / state

प्रदेश में मत्स्य पालन को मिलेगा बढ़ावा, नार्वे के सहयोग से खरीदे जाएंगे ऑक्सीजन जनरेटर

प्रदेश में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए नार्वे के सहयोग से आक्सीजन जनरेटर लेने पर सहमति बनी है.

oxygen generator
मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में हुई बैठक.
author img

By

Published : Dec 3, 2019, 7:57 PM IST

Updated : Dec 3, 2019, 10:50 PM IST

देहरादून: मत्स्य पालन अभीकरण की 16 वीं बैठक पशुपालन मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में संपंन्न हुई. वहीं, इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए. साथ ही बैठक में मत्स्य पालन और मत्स्य पालकों को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीक का सहयोग लेने को लेकर भी सहमति बनी. इसके अलावा टिहरी झील में महाशीर को सुरक्षित और विकसित करने के लिए एक टेक्निशियन की नियुक्ति को लेकर भी चर्चा हुई.

वहीं, इस बैठक में हरिद्वार जिले में ग्राम समाज के तालाब के लिए आक्सीजन जनरेटर परियोजना का भी अनुमोदन प्राप्त हुआ. जिसमें मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में पायलट प्रोजेक्ट के तहत नई तकनीक के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने की सहमति हुई थी. इस दौरान नार्वे के सहयोग से प्रस्तावित आक्सीजन जनरेटर का सहयोग लिया जायेगा. ग्राम समाज के तालाबों में प्रदूषण एवं अन्य कारणों से आक्सीजन की कमी रहती है. बैठक में बताया गया कि ऐसे एक ऑक्सीजन जनरेटर की लागत 3.5 लाख रुपये के बीच है.

मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में हुई बैठक.

ये भी पढ़ें: 2022 के चुनाव के लिए अभी से जुटी कांग्रेस, हरदा बोले- निरंकुश हो गई है भाजपा सरकार

इस मौके पर मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया. साथ ही बैठक में मत्स्य बीजों की कीमतों को निर्धारित करने, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हरिद्वार में ऑक्सीजन जनरेटर का प्रयोग किये जाने को मंजूरी दी गई. ताकि आक्सीजन जनरेटर की मदद से मत्स्य पालन को बढ़ावा मिल सके. इसके साथ ही कर्मचारियों की नियुक्ति करने को भी बोर्ड ने मंजूरी दी है. जिससे प्रदेश में मत्स्य पालन अन्य राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर हो रहा है.

देहरादून: मत्स्य पालन अभीकरण की 16 वीं बैठक पशुपालन मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में संपंन्न हुई. वहीं, इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए. साथ ही बैठक में मत्स्य पालन और मत्स्य पालकों को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीक का सहयोग लेने को लेकर भी सहमति बनी. इसके अलावा टिहरी झील में महाशीर को सुरक्षित और विकसित करने के लिए एक टेक्निशियन की नियुक्ति को लेकर भी चर्चा हुई.

वहीं, इस बैठक में हरिद्वार जिले में ग्राम समाज के तालाब के लिए आक्सीजन जनरेटर परियोजना का भी अनुमोदन प्राप्त हुआ. जिसमें मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में पायलट प्रोजेक्ट के तहत नई तकनीक के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने की सहमति हुई थी. इस दौरान नार्वे के सहयोग से प्रस्तावित आक्सीजन जनरेटर का सहयोग लिया जायेगा. ग्राम समाज के तालाबों में प्रदूषण एवं अन्य कारणों से आक्सीजन की कमी रहती है. बैठक में बताया गया कि ऐसे एक ऑक्सीजन जनरेटर की लागत 3.5 लाख रुपये के बीच है.

मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में हुई बैठक.

ये भी पढ़ें: 2022 के चुनाव के लिए अभी से जुटी कांग्रेस, हरदा बोले- निरंकुश हो गई है भाजपा सरकार

इस मौके पर मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया. साथ ही बैठक में मत्स्य बीजों की कीमतों को निर्धारित करने, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हरिद्वार में ऑक्सीजन जनरेटर का प्रयोग किये जाने को मंजूरी दी गई. ताकि आक्सीजन जनरेटर की मदद से मत्स्य पालन को बढ़ावा मिल सके. इसके साथ ही कर्मचारियों की नियुक्ति करने को भी बोर्ड ने मंजूरी दी है. जिससे प्रदेश में मत्स्य पालन अन्य राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर हो रहा है.

Intro:विधानसभा देहरादून में मत्स्य पालक अभीकरण की 16वीं बैठक संपन्न हुई मत्स्य एंव पशुपालन मंत्री रेखा आर्य की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये!इस अवसर पर अपर सचिव वित्त एएस चौहान , निदेशक मत्स्य डाॅ.बीपी मधवाल,के साथ कई अधिकारी मौजूद रहे!बैठक में निर्णय लिया गया  कि मत्स्य पालन और मत्स्य पालकों को बढ़ावा देने के लिए नवीन तकनीक का सहयोग लिया जाय। इसके अतरिक्त कि टिहरी झील में महासीर को सुरक्षित और विकसित करने के लिए एक टैक्निकल व्यक्ति के नियुक्ति का प्रावधान किया जाए।Body:हरिद्वार जनपद में ग्राम समाज के तालाब के लिए आक्सीजन जनरेटर परियोजना का भी अनुमोदन प्राप्त हुआ। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में पायलट प्रोजेक्ट के तहत नवीन तकनीक के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने की सहमति प्राप्त हुई थी। नार्वे के सहयोग से प्रस्तावित आक्सीजन जनरेटर का सहयोग लिया जायेगा। ग्राम समाज के तालाबों में प्रदूषण एवं अन्य कारणों से आक्सीजन की कमी रहती है। एक आक्सीजन जनरेटर की लागत 3.5 लाख रूपये हैConclusion:.बैठक समापन के बाद मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई.....बैठक में मत्स्य बीजों की कीमतों को निर्धारित करने, पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हरिद्वार में ओक्सीजन जनरेटर का प्रयोग किये जाने को मंजूरी दी गई इस ओक्सीजन जनरेटर की मदद से मतस्य पालन को बढ़ावा मिलेगा......इसके साथ ही कर्मचारियों की नियुक्ति करने को भी बोर्ड ने मंजूरी दी है........इस दौरान मंत्री ने बताया कि राज्य में मतस्य पालन अन्य राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर हो रहा है!

 बाइट- रेखा आर्य,  मत्स्य एंव पशुपालन मंत्री
Last Updated : Dec 3, 2019, 10:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.