ऋषिकेश: पुलिस और एसओजी ने लोगों की पारिवारिक समस्याओं का समाधान करने के नाम पर ठगी करने वाले झारखंड के दो सगे भाइयों को गिरफ्तार (Two real brothers arrested) किया है. दोनों भाई ऋषिकेश में दो वारदातों को अंजाम दे चुके हैं, जिसमें करीब 40 हजार की नकदी और ज्वेलरी पर हाथ साफ किया गया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने ₹33,500 नकदी बरामद किए हैं. तीसरी वारदात को अंजाम देने के लिए दोनों ऋषिकेश पहुंचे थे. मुखबिर से सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. मामले में दो मुकदमे ऋषिकेश कोतवाली में दर्ज है.
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि पूछताछ में दोनों भाइयों ने ठगी गई ज्वेलरी उन्होंने किसी अज्ञात व्यक्ति को सस्ते दामों में बेच दी है. पुलिस दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश करेगी. गिरफ्तार दोनों आरोपियों के नाम अमजद और कबीर हैं. दोनों झारखंड के गोंडा जिले के मोहर टोला गोपालपुर के रहने हैं.
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ऐसे करते थे ठगी: कोतवाल ने बताया कि दोनों आरोपियों का वारदात करने का तरीका बेहद अलग है. दरअसल, देश में लोग साधु-संतों पर विश्वास करते हैं. इसलिए वह साधु-संतों की बातें करके ही लोगों से ठगी करने का अपना धंधा चलाते हैं. हर घर में किसी ना किसी बात को लेकर पारिवारिक क्लेश होने की बात कहकर उसका समाधान करने के नाम पर दोनों भाई संबंधित व्यक्ति से रुपए और ज्वेलरी लेकर फरार हो जाते हैं.
पुलिस की पकड़ से बचने के लिए उस शहर में कई महीनों तक वापस नहीं लौटते. पहली बार ऐसा हुआ है कि दोनों भाई दो महीने पहले वारदात करने के बाद तीसरी बार ऋषिकेश में ही वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंचे, जिसे पुलिस की सक्रियता और मुखबिर की सूचना समय से मिलने पर गिरफ्तार किया गया है.