मसूरी/देहरादून: रविवार 2 अप्रैल को हुए मसूरी बस हादसे के दौरान जहां मां-बेटी ने अपनी जान गंवाई और कई लोग गंभीर घायल हैं, वहीं इन सबके बीच एक सबसे भावुक कर देने वाली तस्वीर भी सामने आई है. राहत-बचाव कार्य के दौरान राहतकर्मियों को घायलों के बीच एक दो महीने का बच्चा भी मिला. घायलों की भीड़ के बीच से इस नन्हे बच्चे को निकालते हुए की तस्वीर सामने आई है.
यह बच्चा बस हादसे का शिकार तो हुआ लेकिन किसी तरह से मौत को मात दे गया. दो महीने के इस मासूम को मां अपने साथ मसूरी घूमने लेकर आई थी. लेकिन ये मासूम इतने बड़े हादसे का साक्षी बन गया. इस बच्चे का नाम गोलू है. बच्चे का परिवार यूपी के मेरठ का रहने वाला है.
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हादसे के वक्त मां के पास था बच्चा: गोलू की मां रूपा अपने दो बेटों गोलू और नकुल के साथ अपनी बेटी काव्या को भी साथ लेकर मसूरी आई थी. जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त गोलू अपनी मां की गोद में ही था, लेकिन बस के अचानक खाई में गिरने के बाद गोलू मां की गोदी से छिटककर सीट के नीचे चला गया. इतना ही नहीं, बस के ऊपर रखे अन्य यात्रियों के सामान गोलू के ऊपर आकर गिर गए.
बेबस थी मां, बच्चे पर गिरा था भारी बैग: गोलू की मां रूपा बताती हैं कि हादसे के बाद जैसे ही उन्होंने होश संभाला चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी. हर कोई रो रहा था, आसपास हल्ला मच रहा था. इस बीच रूपा अपने बच्चों की तलाश करने लगीं. तभी रूपा ने देखा कि बस के अंदर एक भारी बैग गोलू के ऊपर गिरा हुआ है. लेकिन रूपा की इतनी हिम्मत न हुई कि वो अपने बच्चे को वहां से निकाल पाती.
होश में नहीं थे गोलू की मां और भाई-बहन: कुछ देर बाद राहतकर्मियों ने वहां आकर सभी घायलों को वहां से निकाला. रूपा ने बताया कि मां से छिटककर दूर हुआ गोलू पहले तो काफी रोता रहा लेकिन अचानक से उसके रोने की आवाज बंद हो गई. जिस वक्त उसे सुरक्षाकर्मी बाहर निकाल रहे थे तब भी गोलू रो नहीं रहा था. रूपा ने बताया कि वो और उसके बाकी दोनों बच्चे होश में नहीं थे. तीनों ने अस्पताल आकर अपने आप को संभाला तो देखा कि हम सभी सुरक्षित हैं लेकिन गोलू को कुछ चोटें आई हैं.
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गोलू की छाती में फ्रैक्टर: बता दें कि, मौत को मात देने वाले इस दो महीने के मासूम के छाती में फ्रैक्चर आया है, जिसका इलाज दून अस्पताल के डॉक्टर कर रहे हैं. फिलहाल अधिकतर घायल लोगों को मैक्स अस्पताल से दून अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है. घायलों का हाल जानने के लिए परिजन लगातार अस्पताल पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं, दो महीने के इस मासूम का हाल-चाल जानने के लिए भी लोग डॉक्टरों से संपर्क कर रहे हैं. फिलहाल रूपा के परिवार के लोग भी मेरठ से देहरादून पहुंच गए हैं.
क्या था घटनाक्रम: गौर हो कि रविवार दोपहर में देहरादून-मसूरी मार्ग पर शेरगड़ी के पास उत्तराखंड रोडवेज की एक बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. बस खाई में गिर गई थी. बस में कुल 40 लोग सवार थे. हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई थी जबकि 38 यात्री घायल हो गए थे. उत्तराखंड सरकार की ओर से दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.