देहरादून: देश के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन सोमवार से देहरादून में शुरू हो गया है. सम्मेलन का उदघाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया. इससे पहले ओम बिरला को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. सम्मेलन से पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोकसभा अध्यक्ष और सभी राज्यों से आये विधानसभा अध्यक्षों का आभार व्यक्त किया.
इस दौरान सीएम ने कहा कि स्वस्थ और मजबूत लोकतंत्र में सदस्यों का बहुत बड़ा योगदान होता है. सदन के भीतर लोकसभा और विधानसभा अध्यक्ष एक अभिभावक की भूमिका निभाता है. सदन के भीतर सत्ता पक्ष की भूमिका राम की और विपक्ष की भूमिका लक्ष्मण की तरह होती है.
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इस दौरान उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने ईटीवी भारत से खासबीत की. उन्होंने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ कर दिया है. इसके बाद बिंदुवार चर्चा सत्र के माध्यम से की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम में जिन बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा, उसका निष्कर्ष अच्छा निकलकर आएगा. बुधवार को दो सत्र चलाए जाएंगे, जिनमें जनता की अपेक्षाओं को देखते हुए तमाम बिंदुओं पर चर्चा किया जाएगा. इसके बाद शाम को चर्चा किए गए बिंदुओं का निष्कर्ष सामने आएगा. इस सम्मेलन का फायदा लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा समेत सभी सभाओं को मिलेगा.
विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने बताया कि जितने भी सदस्य इस सम्मेलन में शामिल हुए हैं. उनको उत्तराखंड की संस्कृति, विरासत, खानपान और नृत्य समेत कई कालाओं को रूबरू कराया जाएगा. गुरुवार को सभी सदस्य ऋषिकेश में गंगा का आचमन करने के साथ गंगा आरती में हिस्सा लेगे. इसके अलावा उन्हें मसूरी और हरिद्वार में घुमाया जाएगा.