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दिल्ली-गुड़गांव बस स्टैंड पर उत्तराखंड रोडवेज बस से उतारे गये युवा, ये है VIRAL VIDEO का सच

उत्तराखंड मूल के कुछ युवाओं ने दिल्ली-गुड़गांव बस स्टैंड पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया. जिसमें सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया है.

वायरल वीडियो
वायरल वीडियो
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Published : May 10, 2020, 10:50 PM IST

Updated : May 11, 2020, 10:42 AM IST

देहरादून: दिल्ली-गुड़गांव सहित देश के तमाम शहरों में परेशान हो रहे उत्तराखंड मूल के लोगों के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं. वीडियो में ये लोग सरकार पर मदद के नाम पर धोखा करने का आरोप लगा रहे हैं. इस वायरल वीडियो की सच्चाई खुद सचिव शैलेश बगोली ने बताई.

प्रवासियों को घर लाने का काम उत्तराखंड सरकार लगातार कर रही है. लेकिन सोशल मीडिया पर दिल्ली- गुड़गांव सहित तमाम जगह से उत्तराखंड के युवा अपने परेशान हालातों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं. ऐसा ही एक वीडयो हाल ही में दिल्ली-गुड़गांव के बस स्टैंड से वायरल हुआ है. जिसमें उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से उत्तराखंड के इन युवाओं को चढ़ने नहीं दिया गया. इस वायरल वीडियो ने कहीं न कहीं उत्तराखंड सरकार के अथक प्रयासों पर सवाल खड़े किए.

ये है VIRAL VIDEO का सच.
लेकिन जब ETV भारत ने इस वीडियो की हकीकत जानने की कोशिश की तो मामला पता लगा. प्रवासियों की घर वापसी के इस बड़े टास्क के लिए नोडल अधिकारी बनाये गए सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि ये सच है कि बसों से इन युवाओं को उतारा गया था, लेकिन इसकी वजह वो नहीं जो वीडियो में बताई गई है.

पढ़े: मुंबई में फंसे युवक ने CM त्रिवेंद्र से लगाई मदद की गुहार, कहा- नहीं मिल रहा खाना

उन्होंने बताया कि हर रोज उत्तराखंड सरकार द्वारा लाखों की संख्या में प्रदेश के बाहर मौजूद उत्तराखंड के लोगों को लाने के कुछ व्यवस्थाएं बनाई गई हैं. शैलेश बगोली ने बताया कि सभी शहरों में मौजूद उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों के लोगों को लाने के लिए अलग-अलग दिन तय करके शेड्यूल बनाया गया है और उसी शेड्यूल के अनुसार लोगों को परिवहन निगम की बसों के माध्यम से लाया जा रहा है.

दिल्ली-गुड़गांव बस स्टैंड पर वायरल वीडियो में मौजूद युवा उस बस में सवार होने की कोशिश कर रहे थे जो कि उनके जिले के लिए नहीं भेजी गई थी. सचिव शैलेश बगोली का ऐसे सभी लोगों से अनुरोध है कि वह उत्तराखंड सरकार द्वारा तय की गई व्यवस्था के अनुसार जारी किए गए शेड्यूल को देखकर घरों से निकलें और जिस दिन उनके जिले की बस उनको लेने पहुंचती है, उसी दिन घरों से बाहर आएं. अन्यथा इस तरह की परेशानियों से उन्हें दो-चार होना पड़ेगा.

देहरादून: दिल्ली-गुड़गांव सहित देश के तमाम शहरों में परेशान हो रहे उत्तराखंड मूल के लोगों के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं. वीडियो में ये लोग सरकार पर मदद के नाम पर धोखा करने का आरोप लगा रहे हैं. इस वायरल वीडियो की सच्चाई खुद सचिव शैलेश बगोली ने बताई.

प्रवासियों को घर लाने का काम उत्तराखंड सरकार लगातार कर रही है. लेकिन सोशल मीडिया पर दिल्ली- गुड़गांव सहित तमाम जगह से उत्तराखंड के युवा अपने परेशान हालातों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं. ऐसा ही एक वीडयो हाल ही में दिल्ली-गुड़गांव के बस स्टैंड से वायरल हुआ है. जिसमें उत्तराखंड परिवहन निगम की बस से उत्तराखंड के इन युवाओं को चढ़ने नहीं दिया गया. इस वायरल वीडियो ने कहीं न कहीं उत्तराखंड सरकार के अथक प्रयासों पर सवाल खड़े किए.

ये है VIRAL VIDEO का सच.
लेकिन जब ETV भारत ने इस वीडियो की हकीकत जानने की कोशिश की तो मामला पता लगा. प्रवासियों की घर वापसी के इस बड़े टास्क के लिए नोडल अधिकारी बनाये गए सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि ये सच है कि बसों से इन युवाओं को उतारा गया था, लेकिन इसकी वजह वो नहीं जो वीडियो में बताई गई है.

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उन्होंने बताया कि हर रोज उत्तराखंड सरकार द्वारा लाखों की संख्या में प्रदेश के बाहर मौजूद उत्तराखंड के लोगों को लाने के कुछ व्यवस्थाएं बनाई गई हैं. शैलेश बगोली ने बताया कि सभी शहरों में मौजूद उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों के लोगों को लाने के लिए अलग-अलग दिन तय करके शेड्यूल बनाया गया है और उसी शेड्यूल के अनुसार लोगों को परिवहन निगम की बसों के माध्यम से लाया जा रहा है.

दिल्ली-गुड़गांव बस स्टैंड पर वायरल वीडियो में मौजूद युवा उस बस में सवार होने की कोशिश कर रहे थे जो कि उनके जिले के लिए नहीं भेजी गई थी. सचिव शैलेश बगोली का ऐसे सभी लोगों से अनुरोध है कि वह उत्तराखंड सरकार द्वारा तय की गई व्यवस्था के अनुसार जारी किए गए शेड्यूल को देखकर घरों से निकलें और जिस दिन उनके जिले की बस उनको लेने पहुंचती है, उसी दिन घरों से बाहर आएं. अन्यथा इस तरह की परेशानियों से उन्हें दो-चार होना पड़ेगा.

Last Updated : May 11, 2020, 10:42 AM IST
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