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साल 2019 के अजब-गजब बयान, जिन्होंने बटोरीं सुर्खियां - सांसद अजय भट्ट

प्रदेश के मुखिया समेत कई नेताओं के साल 2019 में दिए बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए. किसी ने अपने बयान में विज्ञान को चुनौती दी तो किसी ने अपनी विधानसभा को पाकिस्तान करार दिया.

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साल 2019 के अजब-गजब बयान
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Published : Dec 29, 2019, 7:38 AM IST

देहरादून: साल 2019 उत्तराखंड में राजनीति के लिहाज से ज्यादा उठा-पटक वाला नहीं रहा लेकिन, पूरे साल सत्ता से लेकर विपक्ष तक बयानों के खूब तीर कमान चले. कुछ ऐसे भी कई नेता रहे, जिनके विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हुए और बयानों ने इनकी मुश्किलें भी बढ़ाई. तो आइए साल के जाते-जाते नजर डालते हैं साल 2019 के उन बयानों पर, जिन्होंने खूब चर्चाएं बटोरी.

साल 2019 के अजब-गजब बयान

सियासत में बयान-बाजी आम बात है. लेकिन उत्तराखंड के लिहाज से साल 2019 के इन बयानों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी. शुरुआत करते हैं, लोकसभा चुनाव जीतने के बाद संसद पहुंचे. उत्तराखंड के बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट के संसद में दिए बयान से.

संसद में अजय भट्ट ने दी साइंस को चुनौती

  • 19 जुलाई को अजय भट्ट का लोकसभा में दिया एक बयान सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुआ. इस वीडियो में अजय भट्ट सिजेरियन डिलीवरी को लेकर ये कहते नजर आए कि अगर किसी गर्भवती महिला को उत्तराखंड की पढ़ने वाली गरुड़ गंगा नदी के पत्थर को घिस कर एक कप पानी पिला दें, तो सिजेरियन डिलीवरी की जरूरत नहीं पड़ेगी और सामान्य डिलीवरी हो जाएगी. अजय भट्ट के विज्ञान को चुनौती देते बयान को विपक्ष ने लपक लिया, जिसके बाद अजय भट्ट कई जगह इस बयान को लेकर सफाई देते भी नजर आए. भट्ट ने यह बयान 26 जून को होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान दिया था.

मुख्यमंत्री का गाय और ऑक्सीजन पर बयान

  • अजय भट्ट के बयान को कुछ हफ्ते भी नहीं बीते थे कि सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में गाय को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दे दिया. इस बयान को भी सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगा और कुछ ही घंटों में यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
  • 26 जुलाई को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें सीएम रावत ने दावा किया कि गाय ही एकमात्र ऐसा जीव है जो ऑक्सीजन लेती भी है और छोड़ती भी है. इसलिए उनकी सरकार ने इसे मां का दर्जा दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय को सहलाने से सांस संबंधी सभी बीमारियां दूर होती हैं. गाय के निकट रहने से टीबी की बीमारी भी ठीक हो सकती है. मुख्यमंत्री का यह वायरल वीडियो क्षेत्रीय मीडिया से ज्यादा राष्ट्रीय मीडिया में चर्चाओं में रहा और महीनों तक मुख्यमंत्री को ट्रोल किया गया.

ज्वालापुर विधायक ने अपनी विधानसभा क्षेत्र को पाकिस्तान का हिस्सा बता दिया

  • 7 अक्टूबर को ज्वालापुर से बीजेपी विधायक सुरेश राठौड़ अपनी विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क का उद्घाटन करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी ही विधानसभा क्षेत्र के एक हिस्से को पाकिस्तान करार दे दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस 1 मिनट के वीडियो में सुरेश राठौड़ कहते नजर आए कि आमुख हिस्सा छोटा पाकिस्तान है. जिसमें 52 फीसदी एक विशेष समुदाय के लोग रहते हैं और वह केवल 48 फीसदी वोटर्स पर ही अपनी राजनीति करते हैं. ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर की इस बयान के बाद काफी किरकिरी हुई थी. वहीं प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ राष्ट्रीय नेतृत्व से भी विधायक को फटकार लगी.

विवादों के चैम्पियन

  • चैंपियन हमेशा कुछ न कुछ ऐसा कर देते हैं, जिससे वह चर्चाओं में तो जरूर आते हैं लेकिन, उन्हें उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. इस साल भी कुछ ऐसा ही हुआ. पहले से ही विवादित चल रहे कुंवर प्रणव चैंपियन का एक वीडियो 12 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह दोनों हाथों में असलहा लहराते हुए एक गाने में झूमते नजर आते हैं. इसके अलावा वीडियो में वह अपशब्दों का प्रयोग भी करते नजर आते हैं. कुंवर प्रणव की इन हरकतों के बाद बीजेपी संगठन ने उन्हें संगठन से बाहर का रास्ता भी दिखाया.

राजकुमार ठुकराल के कई वीडियो वायरल

  • विवादित विधायकों में कुंवर प्रणव चैंपियन के बाद अगर किसी और नेता का नाम आता है, तो वह हैं रुद्रपुर से बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल. राजकुमार ठुकराल की दबंगई के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. इस साल भी ये सिलसिला जारी रहा. कभी महिलाओं से बदतमीजी तो कभी टोल प्लाजा पर अभद्रता, अक्सर उनके वीडियो सोशल मीडिया के बाद मेन स्ट्रीम मीडिया की चर्चाएं बने.
  • साल भर में कोई एक वाक्य नहीं बल्कि कई बार उनके वीडियो वायरल होते रहे और संगठन से भी उन्हें फटकार लगती रही. एक वीडियो जिसमें कि वह एक विशेष समुदाय को लेकर बयान देते नजर आए. उसे लेकर भी उनको प्रदेश संगठन से फटकार लगी. वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने काशीपुर में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर बयान देते हुए उन्हें मुस्लिम बताया, ये बयान भी काफी सुर्खियों में रहा.

देहरादून: साल 2019 उत्तराखंड में राजनीति के लिहाज से ज्यादा उठा-पटक वाला नहीं रहा लेकिन, पूरे साल सत्ता से लेकर विपक्ष तक बयानों के खूब तीर कमान चले. कुछ ऐसे भी कई नेता रहे, जिनके विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हुए और बयानों ने इनकी मुश्किलें भी बढ़ाई. तो आइए साल के जाते-जाते नजर डालते हैं साल 2019 के उन बयानों पर, जिन्होंने खूब चर्चाएं बटोरी.

साल 2019 के अजब-गजब बयान

सियासत में बयान-बाजी आम बात है. लेकिन उत्तराखंड के लिहाज से साल 2019 के इन बयानों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी. शुरुआत करते हैं, लोकसभा चुनाव जीतने के बाद संसद पहुंचे. उत्तराखंड के बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट के संसद में दिए बयान से.

संसद में अजय भट्ट ने दी साइंस को चुनौती

  • 19 जुलाई को अजय भट्ट का लोकसभा में दिया एक बयान सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुआ. इस वीडियो में अजय भट्ट सिजेरियन डिलीवरी को लेकर ये कहते नजर आए कि अगर किसी गर्भवती महिला को उत्तराखंड की पढ़ने वाली गरुड़ गंगा नदी के पत्थर को घिस कर एक कप पानी पिला दें, तो सिजेरियन डिलीवरी की जरूरत नहीं पड़ेगी और सामान्य डिलीवरी हो जाएगी. अजय भट्ट के विज्ञान को चुनौती देते बयान को विपक्ष ने लपक लिया, जिसके बाद अजय भट्ट कई जगह इस बयान को लेकर सफाई देते भी नजर आए. भट्ट ने यह बयान 26 जून को होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान दिया था.

मुख्यमंत्री का गाय और ऑक्सीजन पर बयान

  • अजय भट्ट के बयान को कुछ हफ्ते भी नहीं बीते थे कि सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में गाय को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दे दिया. इस बयान को भी सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगा और कुछ ही घंटों में यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
  • 26 जुलाई को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. जिसमें सीएम रावत ने दावा किया कि गाय ही एकमात्र ऐसा जीव है जो ऑक्सीजन लेती भी है और छोड़ती भी है. इसलिए उनकी सरकार ने इसे मां का दर्जा दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय को सहलाने से सांस संबंधी सभी बीमारियां दूर होती हैं. गाय के निकट रहने से टीबी की बीमारी भी ठीक हो सकती है. मुख्यमंत्री का यह वायरल वीडियो क्षेत्रीय मीडिया से ज्यादा राष्ट्रीय मीडिया में चर्चाओं में रहा और महीनों तक मुख्यमंत्री को ट्रोल किया गया.

ज्वालापुर विधायक ने अपनी विधानसभा क्षेत्र को पाकिस्तान का हिस्सा बता दिया

  • 7 अक्टूबर को ज्वालापुर से बीजेपी विधायक सुरेश राठौड़ अपनी विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क का उद्घाटन करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी ही विधानसभा क्षेत्र के एक हिस्से को पाकिस्तान करार दे दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस 1 मिनट के वीडियो में सुरेश राठौड़ कहते नजर आए कि आमुख हिस्सा छोटा पाकिस्तान है. जिसमें 52 फीसदी एक विशेष समुदाय के लोग रहते हैं और वह केवल 48 फीसदी वोटर्स पर ही अपनी राजनीति करते हैं. ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर की इस बयान के बाद काफी किरकिरी हुई थी. वहीं प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ राष्ट्रीय नेतृत्व से भी विधायक को फटकार लगी.

विवादों के चैम्पियन

  • चैंपियन हमेशा कुछ न कुछ ऐसा कर देते हैं, जिससे वह चर्चाओं में तो जरूर आते हैं लेकिन, उन्हें उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. इस साल भी कुछ ऐसा ही हुआ. पहले से ही विवादित चल रहे कुंवर प्रणव चैंपियन का एक वीडियो 12 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह दोनों हाथों में असलहा लहराते हुए एक गाने में झूमते नजर आते हैं. इसके अलावा वीडियो में वह अपशब्दों का प्रयोग भी करते नजर आते हैं. कुंवर प्रणव की इन हरकतों के बाद बीजेपी संगठन ने उन्हें संगठन से बाहर का रास्ता भी दिखाया.

राजकुमार ठुकराल के कई वीडियो वायरल

  • विवादित विधायकों में कुंवर प्रणव चैंपियन के बाद अगर किसी और नेता का नाम आता है, तो वह हैं रुद्रपुर से बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल. राजकुमार ठुकराल की दबंगई के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. इस साल भी ये सिलसिला जारी रहा. कभी महिलाओं से बदतमीजी तो कभी टोल प्लाजा पर अभद्रता, अक्सर उनके वीडियो सोशल मीडिया के बाद मेन स्ट्रीम मीडिया की चर्चाएं बने.
  • साल भर में कोई एक वाक्य नहीं बल्कि कई बार उनके वीडियो वायरल होते रहे और संगठन से भी उन्हें फटकार लगती रही. एक वीडियो जिसमें कि वह एक विशेष समुदाय को लेकर बयान देते नजर आए. उसे लेकर भी उनको प्रदेश संगठन से फटकार लगी. वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने काशीपुर में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर बयान देते हुए उन्हें मुस्लिम बताया, ये बयान भी काफी सुर्खियों में रहा.
Intro:Year ender Special Story on-- troll statement of 2019 in uttarakhand

Note- यह ख़बर साल भर के विवादित बयानों पर आधारित है। वायरल वीडियो कुछ जुटाई गई है बाकी आप फ़ाइल फुटेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। फीड FTP से (uk_deh_02_vivadit_bayan_2019_pkg_7205800) नाम से भेजी गई है।

एंकर- साल 2019 उत्तराखंड में राजनीति के लिहाज से ज्यादा वोट उठापटक वाला नहीं रहा लेकिन बावजूद इसके पूरे साल सत्ता से लेकर विपक्ष तक बयानों के खूब तीर कमान चले तो वही साल में ऐसे भी कई देता रहे जिनके विवादित बयानों ने सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए और इन्हीं बयानों ने इन नेताओं की मुश्किलें बढ़ा दी तो आइए साल के जाते-जाते नजर डालते हैं साल 2019 के उन बयानों पर जिन के बयानों ने साल भर खूब चर्चा बटोरी


Body:वीओ- वैसे तो यह सियासत है और सियासत में हमेशा कोई ना कोई बयान बाजी चलती रहती है। लेकिन उत्तराखंड के लिहाज से साल 2019 के उन बयानों पर हम अगर नजर डालें जिन्होंने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी तो शुरुआत होती है। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद नए नवेले संसद पहुंचे उत्तराखंड के भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट के संसद में दिए गए बयान से।

1) संसद में अजय भट्ट ने दिया साइंस को चुनौती--- दरअसल 19 जुलाई 2019 को सोशल मीडिया पर अजय भट्ट का लोकसभा में दिया गया एक बयान बहुत तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में अजय भट्ट सिजेरियन डिलीवरी को लेकर यह कहते नजर आते हैं कि अगर किसी गर्भवती महिला को उत्तराखंड में पढ़ने वाली गरुड़ गंगा नदी के पत्थर को रगड़ कर उसका एक कप पानी पिला दे तो सिजेरियन डिलीवरी की जरूरत नहीं पड़ेगी और सामान्य डिलीवरी हो जाएगी। अजय भट्ट के इस बयान को विज्ञान को चुनौती बताते हुए विपक्ष ने लपक लिया जिसके बाद अजय भट्ट कई जगह इस बयान को लेकर सफाई देते नजर आए।

दरअसल अजय भट्ट ने यह बयान 26 जून को होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान यह बयान दिया था जिस पर अजय भट्ट ने कहा कि उन्होंने विज्ञान को किसी भी प्रकार की चुनौती नहीं दी है साथ ही उन्होंने कहा कि इतने दिनों बाद इस बयान को तूल क्यों दिया जा रहा है।


2) मुख्यमंत्री का गाय और ऑक्सीजन पर बयान-- विवादित बयानों का सिलसिला इसके बाद भी जारी रहा और अजय भट्ट के बयान को कुछ हफ्ते भी नहीं बीते थे कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने गाय को लेकर एक अजीबोगरीब बयान पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में दे दिया। इस बयान को भी सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगा और कुछ ही घंटों में यह आपकी तरह सोशल मीडिया पर फैल गया।

दरअसल 26 जुलाई 2019 को सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें रावत ने दावा किया कि गाय ही एकमात्र ऐसी जानवर है जो ऑक्सीजन को लेती है और छोड़ती भी है इसलिए हमारे द्वारा इसे मां का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय को सहलाने से श्वास संबंधित सभी बीमारियां दूर होती है और गाय के निकट रहने से टीवी की बीमारी भी ठीक हो सकती है। उन्होंने कहा कि 2007 से 12 तक की भाजपा सरकार में बहुत पशुपालन मंत्री रहे हैं और इस दौरान उन्होंने गाय कितनी उपयोगी होती है इस बारे में शोध किया है।उन्होंने आगे कहा कि अब वैज्ञानिक इस पर अपनी मंजूरी की मुहर लगा रहे हैं।

मुख्यमंत्री का यह वायरल वीडियो क्षेत्रीय मीडिया से ज्यादा राष्ट्रीय मीडिया में चर्चाओं में रहा तो वहीं अगले कई महीनों तक मुख्यमंत्री का वीडियो ट्रोल होता रहा।


3) ज्वालापुर विधायक ने अपनी विधानसभा क्षेत्र को पाकिस्तान का हिस्सा बता दिया। --- 7 अक्टूबर 2019 को ज्वालापुर से भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ अपनी विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क का उद्घाटन करने पहुंचे थे जहां उन्होंने कुछ ऐसा कहा कि 2 दिन बाद 9 अक्टूबर 2019 को वह सभी सोशल मीडिया के साथ-साथ सभी चैनलों में छा गए।

दरअसल भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ ने अपनी ही विधानसभा क्षेत्र के एक हिस्से को पाकिस्तान करार दे दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक 1 मिनट के एक वीडियो में सुरेश राठौर कहते नजर आते हैं कि आमुख हिस्सा छोटा पाकिस्तान है जिसमें 52 फ़ीसदी एक विशेष समुदाय के लोग रहते हैं। और वह केवल 48 फ़ीसदी वोटर्स पर ही अपनी राजनीति करते हैं। ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर की इस बयान के बाद खासा किरकिरी हुई तो वही प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ राष्ट्रीय नेतृत्व से भी विधायक को फटकार लगी।


4) विवादों के चैम्पियन-- विवादित बयानों की हमारी इस सूची में भले ही कुंवर प्रणव चैंपियन का नाम थोड़ा नीचे है लेकिन खानपुर से भाजपा निष्कासित विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन का विवादों से गहरा नाता है। खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा करते हैं जिससे वह चर्चाओं में तो जरूर आते हैं लेकिन उसका नुकसान भी उन्हें भुगतना पड़ता है। इस साल भी कुछ ऐसा ही हुआ। पहले से ही विवादित चल रहे कुंवर प्रणव चैंपियन का एक वीडियो 12 जुलाई 2019 को सोशल मीडिया पर वायरल होता है, जिसमें वह हाथों में असलहा लहराते हुए संगीत में झूमते नजर आते हैं, इसके अलावा वीडियो में वह कई अपशब्दों का प्रयोग भी करते नजर आते हैं।

कुंवर प्रणव चैंपियन की लगातार इन हरकतों के बाद भाजपा संगठन द्वारा उन्हें संगठन से बाहर का रास्ता भी दिखाया गया और फिलहाल अभी यह विधायक पार्टी से निष्कासित हैं।


5) विधायक राजकुमार ठुकराल के वीडियो एक के बाद वायरल--
विवादित विधायकों में कुंवर प्रणव चैंपियन के बाद अगर किसी का नाम आता है तो वह है रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल। राजकुमार ठुकराल की दबंगई के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। इस साल भी उनके उनका यह सिलसिला जारी रहा। कभी महिलाओं से बदतमीजी तो कभी टोल प्लाजा पर बदतमीजी। अक्सर उनकी वीडियो सोशल मीडिया के बाद मेन स्ट्रीम मीडिया की चर्चाएं बनी।

साल भर में कोई एक वाक्य नहीं बल्कि कई बार उनके वीडियो वायरल होते रहे और संगठन से भी उन्हें फटकार लगती रही एक वीडियो जिसमें कि वह एक विशेष समुदाय को लेकर बयान देते नजर आते हैं उसको लेकर भी उनको प्रदेश संगठन से फटकार लगी तो वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने काशीपुर में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर बयान देते हुए उन्हें मुस्लिम बताया जिसके बाद यह मामला काफी सुर्खियों में रहा।






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