देहरादून: मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2017 और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस बार अनुकृति विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर सुर्खियों में आई हैं. खास बात ये है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अनुकृति के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी को सही बताया है.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच की तल्खियां यूं तो राजनीतिक रूप से सुर्खियां बनती रही हैं, लेकिन इस बार चर्चा हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं रावत को लेकर है. दरअसल, पिछले दिनों हरक सिंह द्वारा अपनी बहु अनुकृति के लिए टिकट मांगे जाने की खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थी. इस बात का लैंसडाउन विधायक दिलीप सिंह रावत ने पुरजोर विरोध भी किया था.
पढ़ें- अनुकृति गुसाईं को टिकट देने पर बोले हरक रावत, 'मैं निर्दयी पिता नहीं, चाहूंगा बच्चे तरक्की करें'
हालांकि, अब राजनीतिक रूप से हरक सिंह रावत के विरोधी माने जाने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनकी बहू अनुकृति के लिए टिकट मांगे जाने को सही बताया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अनुकृति यदि चुनाव लड़ना चाहती हैं तो उनके लिए टिकट मांगा जाना कोई गलत नहीं है.
वहीं, समर्थन पर अनुकृति ने भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है. अनुकृति ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत उनके पिता तुल्य हैं और हमेशा से ही उन्हें उनका प्यार मिलता रहा है. त्रिवेंद्र सिंह रावत की तारीफ करते हुए अनुकृति ने कहा कि, उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान हो या ऐसे ही दूसरे कार्यक्रमों में अनुकृति को सम्मान दिया है. अनुकृति ने कहा कि अब युवाओं को आगे आने की जरूरत है, ताकि समाज और प्रदेश में कुछ अलग और बेहतर किया जा सके.
पढ़ें- लैंसडाउन सीट पर रार: हरक पर भड़के MLA दलीप रावत, 'अनुशासनहीन को पार्टी दिखाए बाहर का रास्ता
बता दें कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं रावत फिलहाल एनजीओ चला रही हैं, लेकिन समय-समय पर उन्हें हरक के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में होने की बात भी कही जाती रही है. बताया जा रहा है कि अनुकृति गुसाईं अपने एनजीओ के जरिए ही लैंसडाउन विधानसभा सीट पर काम करती रही है. यह सीट उनके चुनाव लड़ने को लेकर मुफीद भी है.
खबर है कि हरक सिंह रावत भी भाजपा हाईकमान से अनुकृति के लिए इस सीट से टिकट की गुजारिश कर रहे हैं. हालांकि, हरक सिंह रावत इस बात को हमेशा नकारते रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने एक नए बयान में साफ कहा कि वह भी चाहते हैं कि अनुकृति को राजनीतिक रूप से स्थापित करें.