देहरादून: उत्तराखंड में प्रचंड जीत और पुष्कर सिंह धामी की हार के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सुगबुगाहटें तेज हो गई हैं. मुख्यमंत्री के लिए कई नेताओं ने अपनी सीट छोड़ने तक की घोषणा की है. बीजेपी में भी सीएम फेस के लिए बैठकों का दौर जारी है. ऐसे में बीजेपी में क्या कुछ चल रहा है इन बातों को लेकर हमने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से खास बातचीत की.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सबसे पहले प्रचंड बहुमत के लिए जनता को आभार जताया. उन्होंने कहा जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके 4 साल के कार्यकाल पर मुहर लगाते हुए एक बार फिर से उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता सौंपी है.
पढ़ें- उत्तराखंड के रण में फिर चला मोदी 'मैजिक', फीका रहा राहुल-प्रियंका का 'जादू'
त्रिवेंद्र रावत ने केंद्रीय नेतृत्व और भारतीय जनता पार्टी की कुशल रणनीतिक तैयारी और चुनाव लड़ने के मैनेजमेंट को प्रदेश में बंपर जीत का श्रेय दिया. प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल पर त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि यह जल्द ही साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कुछ दिन और इंतजार कर लें. उसके बाद भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री सबके सामने होगा.
बता दें कल ही उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं. बीजेपी ने उत्तराखंड में 70 में से 47 सीटें जीती हैं. पार्टी को सरकार बनाने के लिए बंपर बहुमत मिला है. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी सिर्फ 19 सीटों पर ही सिमट कर रह गई. खुद को कांग्रेस का सीएम उम्मीदवार बताने वाले हरीश रावत चुनाव हार गए.
पढ़ें- धामी फिर बन सकते हैं उत्तराखंड के CM, ये रहे दो रास्ते और बाकी दावेदार
अब उत्तराखंड में बीजेपी की नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो रही है. बीजेपी विधायक मंडल दल की बैठक होगी. इस बैठक में निर्वाचित विधायक अपना नेता चुनेंगे जिसे वो मुख्यमंत्री बनाना चाहेंगे. इसके बाद बीजेपी हाईकमान विधायक दल द्वारा चुने गए नेता को अपनी सहमति देगा. इस तरह उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का चुनाव होगा. मतगणना से पहले तय था कि पुष्कर सिंह धामी ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन धामी खटीमा से चुनाव हार गए. इस कारण मुख्यमंत्री पद को लेकर ट्विस्ट आ गया.