देहरादून: बीते दिनों आपदा से कुमाऊं और गढ़वाल मंडल को खासा नुकसान पहुंचा. कई लोगों के घर ताश के पत्ते की तरह ढह गए और खेत बह गए थे. वहीं सीएम पुष्कर धामी के आपदा प्रभावितों को एक महीने का वेतन देने की घोषणा के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह भी आगे आए हैं. त्रिवेंद्र सिंह ने प्रदेश में आई आपदा के दृष्टिगत एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए जाने का निर्णय लिया है.
बीते दिनों कुमाऊं समेत पूरे प्रदेश में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई. इस दैवीय आपदा में 77 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. बीते दिन संयुक्त निदेशक कृषि विभाग कुमाऊं मंडल प्रदीप सिंह ने बताया कि भारी बारिश से आई आपदा के चलते कुमाऊं मंडल के किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. ऐसे में किसानों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि भारी बारिश और जलभराव के चलते सबसे ज्यादा उधम सिंह नगर में फसल बर्बाद हुई है. वहीं नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा जनहानि हुई.
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किसानों की खड़ी धान और दलहन की फसल बर्बाद हुई है. उन्होंने बताया कि प्राथमिक तौर पर कुमाऊं मंडल में अभी तक 28,693 हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा हैं. जबकि करीब 104 करोड़ 23 लाख रुपए का नुकसान का आकलन किया गया है. वहीं, नैनीताल जनपद में 1,000 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है, जबकि 12 सौ हेक्टेयर भूमि बर्बाद हुई है. जिसके तहत करीब 7 करोड़ रुपए का किसानों का नुकसान हुआ है.
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अल्मोड़ा जनपद में 18 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है, जबकि 50 हेक्टेयर भूमि का कटाव भी हुआ है. जिसके तहत करीब 11 लाख की क्षति का आकलन किया गया है. चंपावत जनपद में 261 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई हैं, जबकि भू कटाव की सूचना आनी अभी बाकी है. आपदा से करीब 12 लाख रुपए की फसल की बर्बादी हुई है. वहीं इस आपदा में 77 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और घायल 24 हैं. वहीं लापता लोगों की संख्या 5 हैं. 232 घरों को नुकसान पहुंचा है.