ऋषिकेश: एक तरफ जहां प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है. तो वहीं दूसरी तरफ आज भी ऐसे बच्चे हैं जो पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन उनके पास पढ़ने के लिए संसाधन नहीं हैं. इसी को लेकर तीर्थनगरी ऋषिकेश में एक गृहणी महिला जो झोपड़ी में रहने वाले गरीब बच्चों में मुफ्त शिक्षा बांट रही है. साथ ही उनके उज्जवल भविष्य को संवार रही है.
जानकारी के मुताबिक, वीरभद्र मार्ग पर लगभग एक दर्जन बंजारों का परिवार छोटे-मोटे काम कर परिवार का भरण पोषण करते हैं. जिसके कारण वो अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिला नहीं दिला पाते, लेकिन गंगा नगर की रहने वाली तृप्ति कालरा इन परिवार के सपनों को साकार कर रही हैं. वो गरीब बच्चों को रोजाना शाम 2 घंटें तक मुफ्त शिक्षा देने का काम कर रही हैं.
तृप्ति बताती हैं कि सिर्फ यही बच्चे नहीं बल्कि जो भी बच्चे पढ़ाई करना चाहते हैं, वो आकर पढ़ाई कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि ये बच्चे पढ़ाई में काफी होनहार है, अगर इनको बेहतर सुविधाएं मिलती हैं तो इन बच्चों का भविष्य काफी उज्ज्वल हो सकता है.
यह भी पढे़ं- बदलेगा उत्तराखंड का मौसम, पांच जिलों में ओलावृष्टि की संभावना, यहां होगी बारिश
वहीं पढ़ाई करने वाले गरीब बच्चे भी काफी खुश हैं. बच्चों का कहना है कि उनको शिक्षा देने आने वाली शिक्षिका उनको काफी अच्छा पढ़ाती हैं. उनको पढ़ाई करने में भी खूब मजा आता है. साथ ही परिजनों का कहना है कि आज के दौर में शिक्षा इतनी मंहगी हो चुकी है कि वे अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में दाखिला नहीं दिला सकते, लेकिन जिस तरह से तृप्ति हमारे बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रही हैं. उससे हमारे बच्चे पढ़ाई लिखाई में काफी आगे निकल रहे हैं. जिससे उनका सपना साकार हो रहा है.