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केदारनाथ आपदा की 7वीं बरसी पर वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए दी गई श्रद्धांजलि

केदारनाथ त्रासदी की 7वीं बरसी पर आपदा में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं व पुलिस कार्मियों को श्रद्धाजंलि दी गई. बता दें कि 16 जून 2013 की रात में भीषण आपदा आने से केदारनाथ धाम में 14 पुलिस कर्मियों के साथ ही 4700 भक्तों की जान चली गई थी.

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केदारनाथ आपदा
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Published : Jun 17, 2020, 9:40 PM IST

बक्सर/देहरादूनः अखिल भारतीय उत्तराखंड त्रासदी पीड़ित मंच की ओर से केदारनाथ आपदा के 7 वीं बरसी पर ऑनलाइन वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई. इस ऑनलाइन वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद रहे.

इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज, जगतगुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय संचार मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, केदारनाथ आपदा में अपने परिजनों को खोने वाले पीड़ित परिवारों के सदस्य, साधु-संत, सामाजिक, आध्यात्मिक संगठन के बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.

भीषण आपदा के प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं अश्विनी चौबे
केदारनाथ के उस भीषण आपदा का केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सपरिवार प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं. अश्विनी चौबे ने केदारनाथ में आई जून 2013 की आपदा में अपने परिवार के साथ वहां पड़े लाशों के बीच रात बिताई थी. आपदा के दिन केदारनाथ में फंसे अश्विनी चौबे ने खुद और परिवार की जान बमुश्किल बचाई थी.

पढ़ेंः भारत-चीन तनाव पर पक्ष-विपक्ष एकजुट, CM त्रिवेंद्र बोले- 1962 को दोहराना चाहती थी चीनी सेना

अश्विनी कुमार चौबे ने की उत्तराखंड के सीएम से बात
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कहा कि जिन पीड़ित परिजनों को अभी तक अपने परिवार के सदस्यों का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिला है, उन्हें यह प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने पीड़ित परिवारों के सदस्यों की भावनाओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया. बता दें कि अश्विनी कुमार चौबे केदारनाथ आपदा की बरसी पर प्रार्थना और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन 6 सालों से करते आ रहे हैं. केदारनाथ त्रासदी के संदर्भ में उन्होंने त्रिनेत्र नामक पुस्तक भी लिखी है, जिसमें आपदा का आंखों देखा विवरण है. इस पुस्तक का लोकार्पण 17 जून 2015 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने किया था.

भयानक त्रासदी में हजारों लोगों की गई थी जान
16 जून 2013 की रात में भीषण आपदा आने से केदारनाथ धाम में 14 पुलिस कर्मियों के साथ ही 4700 भक्तों की जान चली गई थी. यह त्रासदी इतनी भयानक थी कि केदारनाथ पैदल मार्ग व धाम के विभिन्न स्थानों में फंसे यात्री रास्ता भटकने के कारण ठंड से भी बड़ी संख्या में मौत के मुंह में समा गए थे.

शहीद जवानों को अश्विनी कुमार चौबे ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए वीर सपूतों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि देशवासी अपने वीर शहीदों के शहादत को कभी नहीं भूलेंगे. देश आपका बलिदान हमेशा याद रखेगा. साथ ही उन्होंने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

बक्सर/देहरादूनः अखिल भारतीय उत्तराखंड त्रासदी पीड़ित मंच की ओर से केदारनाथ आपदा के 7 वीं बरसी पर ऑनलाइन वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई. इस ऑनलाइन वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद रहे.

इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज, जगतगुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय संचार मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, केदारनाथ आपदा में अपने परिजनों को खोने वाले पीड़ित परिवारों के सदस्य, साधु-संत, सामाजिक, आध्यात्मिक संगठन के बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.

भीषण आपदा के प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं अश्विनी चौबे
केदारनाथ के उस भीषण आपदा का केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सपरिवार प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं. अश्विनी चौबे ने केदारनाथ में आई जून 2013 की आपदा में अपने परिवार के साथ वहां पड़े लाशों के बीच रात बिताई थी. आपदा के दिन केदारनाथ में फंसे अश्विनी चौबे ने खुद और परिवार की जान बमुश्किल बचाई थी.

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अश्विनी कुमार चौबे ने की उत्तराखंड के सीएम से बात
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से कहा कि जिन पीड़ित परिजनों को अभी तक अपने परिवार के सदस्यों का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिला है, उन्हें यह प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने पीड़ित परिवारों के सदस्यों की भावनाओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया. बता दें कि अश्विनी कुमार चौबे केदारनाथ आपदा की बरसी पर प्रार्थना और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन 6 सालों से करते आ रहे हैं. केदारनाथ त्रासदी के संदर्भ में उन्होंने त्रिनेत्र नामक पुस्तक भी लिखी है, जिसमें आपदा का आंखों देखा विवरण है. इस पुस्तक का लोकार्पण 17 जून 2015 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने किया था.

भयानक त्रासदी में हजारों लोगों की गई थी जान
16 जून 2013 की रात में भीषण आपदा आने से केदारनाथ धाम में 14 पुलिस कर्मियों के साथ ही 4700 भक्तों की जान चली गई थी. यह त्रासदी इतनी भयानक थी कि केदारनाथ पैदल मार्ग व धाम के विभिन्न स्थानों में फंसे यात्री रास्ता भटकने के कारण ठंड से भी बड़ी संख्या में मौत के मुंह में समा गए थे.

शहीद जवानों को अश्विनी कुमार चौबे ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए वीर सपूतों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि देशवासी अपने वीर शहीदों के शहादत को कभी नहीं भूलेंगे. देश आपका बलिदान हमेशा याद रखेगा. साथ ही उन्होंने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

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