ऋषिकेश: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के दौरान वाहनों में ट्रैकिंग डिवाइस अनिवार्यता पर उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने नाराजगी जताई है. महासंघ के पदाधिकारियों ने सरकार से ट्रैकिंग डिवाइस लगाने की बाध्यता को समाप्त करने और मंदिरों में सीमित श्रद्धालुओं को भेजने की व्यवस्था खत्म करने की मांग की है.
उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने बताया चारधाम यात्रा शुरू होने में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. चारधाम यात्रा पर जाने के लिए करीब 25 हजार छोटे-बड़े वाहन डेंट पेंट होकर तैयार खड़े हैं. अंतिम समय में राज्य परिवहन प्राधिकरण ने ट्रैकिंग डिवाइस सिस्टम लगाने के जो आदेश जारी किए हैं, उससे वाहन चालकों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया है. अचानक से इस डिवाइस को लगा पाना वाहन चालकों के लिए संभव नहीं है. इसलिए जनहित और यात्रा हित में सरकार को उत्तराखंड परिवहन महासंघ की मांग पर ध्यान देकर उसे पूरा करना चाहिए.
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वहीं, उन्होंने कहा चारधाम यात्रा में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु दर्शनों के लिए आए. इसके लिए सरकार को मंदिरों में सीमित श्रद्धालुओं के दर्शनों की जो व्यवस्था का नियम लागू किया गया है, उसे खत्म करने की जरूरत है. सीमित संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की व्यवस्था से कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. श्रद्धालुओं के साथ परिवहन होटल और अन्य व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों को भी परेशानी उठानी पड़ेगी. जिसका जीता जागता सबूत साल 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान देखने को मिले हैं.
सुधीर राय ने जल्द से जल्द सरकार से दोनों मांगों पर गौर करने की मांग की. उन्होंने कहा कि धामी से उन्हें उम्मीद है कि वह जनहित और यात्रा हित में दोनों मांगों को जरूर पूरा करेगी. यदि सरकार दोनों मांगों पर ध्यान नहीं देती तो यात्रा का बहिष्कार करने से भी परिवहन व्यवसायी पीछे नहीं हटेंगे.