मसूरी: ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने पूर्व घोषणा के तहत मसूरी से पैदल मुख्यमंत्री आवास कूच किया. एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने 27 सूत्रीय मांगों को लेकर मसूरी से पदयात्रा निकाली. मसूरी के साईं मंदिर पर बड़ी संख्या में व्यापारी एकत्रित हुए. वहां से वरिष्ठ व्यापारी धनप्रकाश अग्रवाल ने पदयात्रा का शुभारंभ किया. लेकिन पुलिस ने सीएम आवास से पहले ही प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया.
इस अवसर पर मसूरी ट्रेडर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों का सरकार की ओर से लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार ने कोई नीति नहीं बनाई. इस कारण व्यापारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.
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मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि, राज्य सरकार के उदासीन रवैये के चलते व्यापारी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दो साल के दौरान कई बार लगे लॉकडाउन में व्यापारियों का उत्पीड़न किया गया. व्यापारियों के बिजली, पानी के बिल आ रहे हैं. दुकान का किराया देना पड़ रहा है. व्यापार नहीं होने के चलते कर्मचारियों को वेतन देने में परेशानी हो रही है. लेकिन सरकार से किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है.
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रजत अग्रवाल ने कहा कि दुकानों का समय हाल में ही 5 बजे तक किया गया है. लेकिन मसूरी में पर्यटक शाम के समय ही बाजार में निकलते हैं, तब तक बाजार बंद कर दिया जाता है. इससे व्यापार नहीं हो पाता है. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राज्य सरकार उनकी परेशानी को समझेगी और उचित निर्णय लेगी. रजत अग्रवाल का कहना है कि मसूरी के इतिहास में राज्य आंदोलन के बाद पहली बार है कि यहां के व्यापारियों द्वारा ऐतिहासिक पदयात्रा के तहत सीएम आवास कूच किया गया है.
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ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि यदि इसके बाद भी सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है, तो पूरे प्रदेश के व्यापारी आंदोलन करने को बाध्य होंगे.