मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी इनदिनों पर्यटकों से गुलजार है. आलम ये है कि यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. वहीं रोडवेज बस स्टैंड पर भीड़ बढ़ने से यात्रियों को टिकट लेने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है. बावजूद बसों में सीटें नहीं मिल पा रही हैं. ऐसे में यात्री टैक्सी के जरिए दोगुना किराया देकर अपने गंतव्यों तक पहुंच रहे हैं.
मसूरी से देहरादून और देहरादून से मसूरी के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें संचालित होती हैं, लेकिन यात्रियों की तादाद के हिसाब से बसों की संख्या काफी कम है. पर्यटन सीजन के दौरान तो हालत काफी बदतर हो जाती है. इनदिनों मासोनिक लॉज और लाइब्रेरी बस स्टैंड पर बसों में सीट लेने के लिए मारामारी देखने को मिल रही है. साथ ही टिकट के लिए यात्रियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
टिकट घर के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लग रही है. पर्यटकों की भीड़ ज्यादा होने के कारण बस चालक भी नियमों को दरकिनार कर सीटों से ज्यादा यात्रियों को ले जा रहे हैं. उधर, पर्यटन सीजन पर चरमराती व्यवस्था को लेकर देश-विदेश से मसूरी पहुंचे पर्यटकों का सरकार और निगम के खिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है.
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लुधियाना से आए पर्यटक सुदीप ने कहा कि वो हर साल गर्मी की छुट्टियों में मसूरी आते हैं. मसूरी से देहरादून जाने के लिए बसें काफी कम हैं. जिस कारण टिकट समय से नहीं मिल पा रही है. सीटों के मुकाबले बसों में ज्यादा सवारी बैठाया जा रहा है. ऐसे में किसी दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पर्यटन सीजन में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए बसों की संख्या को बढ़ाया जाए.
वहीं, आगरा से पहुंचे पंकज कुमार ने कहा बस में सफर करना काफी मुश्किल हो गया है. वो 2 घंटे टिकट के लिए लाइन में खड़े हैं. बसों में बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है. ऐसे में उन्हें खड़े होकर देहरादून जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा सरकार को पर्यटकों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करानी चाहिए.
उधर, मेसोनिक बस स्टैंड पर तैनात अधिकारी ने बसों के ना होने का हवाला दिया. उनका कहना है कि पर्यटन सीजन में मौजूदा बस से अतिरिक्त चक्कर लगवाए जा रहे हैं, लेकिन यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए बसों की संख्या काफी कम है.