देहरादून: उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों पर पिछले कुछ दिनों में हुई बर्फबारी उत्तराखंड पर्यटन के लिए संजीवनी साबित हुई है. क्योंकि पिछले दो-तीन दिनों में लगातार हुई भारी बर्फबारी के दौरान उत्तराखंड के तमाम जगहों मसूरी, चकराता, नैनीताल, उत्तरकाशी, मुनस्यारी, औली समेत अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी संख्या में पर्यटकों ने रूख किया. हालांकि, उत्तराखंड मे पर्यटकों के आने से ना सिर्फ पर्यटन गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ी, बल्कि कोरोना काल के दौरान काफी नुकसान झेल चुके व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे.
पटरी पर लौटने लगी पर्यटन गतिविधियां
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान सभी पर्यटन गतिविधियां ठप हो गई थी, जिसके चलते पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. अनलॉक के दौरान एक बार फिर पर्यटन गतिविधियां प्रदेश में धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी. हालांकि, पर्यटन गतिविधियों की रफ्तार बहुत धीमी थी. लेकिन कुछ दिन पहले पर्वतीय क्षेत्रों पर हुई भारी बर्फबारी ने पर्यटकों को उत्तराखंड खींच लाई. यही नहीं, बर्फबारी के दौरान उत्तराखंड के तमाम क्षेत्रों में पर्यटकों की भारी भीड़ दिखाई दी.
लोगों को आकर्षित कर रहे बर्फ की चादर से ढके पहाड़
खूबसूरत पहाड़ी वादियां और बर्फ की चादर से ढके पहाड़ लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. यही वजह है कि हर साल ठंड के मौसम में सैलानी बर्फबारी का आनंद उठाने के लिए पर्वतीय इलाकों की ओर रुख करते हैं. उत्तराखंड में ठंड का मौसम शुरू होते ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों पर बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो जाता है, जिसका नजारा ना सिर्फ बेहद खूबसूरत हो जाता है, बल्कि अन्य राज्यों में रहने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित भी करता है. यही वजह है कि हर साल करोड़ों की संख्या में सैलानी उत्तराखंड की इन खूबसूरत वादियों का दीदार करने पहुंचते हैं.
मसूरी, मुनस्यारी और नैनीताल में इस सीजन का पहला हिमपात
प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के दौरान ही सैलानियों का हुजूम उमड़ने लगा. यही नहीं, बीते दिन मसूरी, मुनस्यारी और नैनीताल में सीजन का पहला हिमपात हुआ. वहीं चमोली के औली और देहरादून के चकराता में भी भारी बर्फबारी हुई. बर्फबारी की सूचना मिलते ही न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि अन्य राज्यों से सैलानियों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया. मुख्य रूप से देखें तो अन्य राज्यों से आने वाले सैलानी सबसे पहले मसूरी और नैनीताल की ओर ही रुख करते हैं. लिहाजा नैनीताल और मसूरी में इस सीजन की पहली बर्फबारी होने के दौरान ही सैलानी मसूरी की ओर टूट पड़े.
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बर्फबारी से खिले व्यापारियों के चेहरे
लंबे समय से पर्यटन गतिविधियां बंद होने के चलते व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था, लेकिन हाल ही में हुई बर्फबारी के चलते पर्यटकों ने भारी संख्या में उत्तराखंड की ओर रुख किया, जिसके चलते पर्यटन से जुड़े व्यापारियों को काफी फायदा पहुंचा. मसूरी और नैनीताल के व्यापारियों ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि इस सीजन पहली बर्फबारी हुई है, जिसके चलते भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे. इससे उनके होटल लगातार कुछ दिनों तक पैक रहे, जिससे उन्हें थोड़ी राहत जरूर मिली. यही नहीं, ये व्यापारी अभी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि आने वाले कुछ दिनों में एक बार फिर बर्फबारी होने की संभावना है. ऐसे में फिर उत्तराखंड में पर्यटकों के आने की उम्मीद है.
9 और 10 फरवरी को बर्फबारी के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 9 और 10 फरवरी को उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने के साथ ही निचले क्षेत्रों में बारिश होने के आसार हैं. उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है. हालांकि, इन क्षेत्रों में 9 फरवरी की शाम से बारिश और बर्फबारी की एक्टिविटी शुरू हो जाएगी और 10 फरवरी की शाम तक जारी रहने की संभावना है. बाकी प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा.
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देश की पहली पसंद है उत्तराखंड राज्य
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि उत्तराखंड राज्य पहले से ही पूरे देश की पसंद रहा है. यही नहीं, जम्मू कश्मीर की परिस्थितियों के बाद पर्वतीय क्षेत्रों में घूमने आने वाले सैलानी उत्तराखंड की ओर रुख करते हैं. कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी जब-जब थोड़ी ढील हुई है, उस दौरान सैलानियों ने उत्तराखंड की ओर रुख किया है, जिससे प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. वहीं बर्फबारी के बाद प्रदेश में पर्यटकों के आने की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. ऐसे में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सरकार पर्यटकों का स्वागत कर रही हैं. साथ ही बताया कि जितने भी टूरिस्ट प्लेस हैं, उन सबकी बेसिक सुविधाओं को भी व्यवस्थित किया जा रहा है.