देहरादून: उत्तराखंड सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं चला रही है ताकि बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड का रुख कर सकें. पर्यटन का बढ़ता दायरा उत्तराखंड के विकास के लिये मील पर पत्थर साबित हो सकता है. होम स्टे योजना के बाद सरकार अब डॉर्क टूरिज्म की योजना पर काम करने की सोच रही है. ईटीवी भारत से साथ खास बातचीत में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कई योजनाओं को बारे में विस्तार से बताया.
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कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि पर्यटन विभाग विदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी डॉर्क टूरिज्म को लेकर अपनी कार्य योजना तैयार कर रहा है, ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आ सकें.
क्या है डॉर्क टूरिज्म
डॉर्क टूरिज्म के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि अमेरिका में 9/11 के आतंकी हमले में ट्विन्स टावर ध्वस्त हो गया था, लेकिन आज वहां ग्राउंड जीरो नाम से एक पर्यटक स्थल है, जहां इस पूरी घटना का याद किया जाता है.
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इसी तरह ज्वालामुखी कचरे ने पोम्पेई और हरकुलेनियम को पूरी तरह से दफ्न कर दिया, जिसमें 13 हजार लोग मारे गए. आज भी वहां की उस स्थिति को देखने को लिए लोग जाते हैं.
इस तरह से पर्यटन विभाग 2013 की केदारनाथ आपदा को लेकर केदारनाथ के नीचे की घाटी में एक स्मृति वन बनाने की योजना बना रहा है, जहां आपदा में मारे गए लोगों को याद किया जा सके. इस स्मृति वन में बाहर से आने पर्यटक उस समय सरकार, सेना और स्थानीय लोग के योगदान और स्थिति को जान सकेंगे.
चारधाम यात्रा
चारधाम यात्रा को लेकर सतपाल महाराज ने बताया कि यात्रा अपने पूरे चरम पर है. अबतक 11 लाख तीर्थयात्री चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं. इस बार यात्रा के सारे रिकॉर्ड टूटेंगे. सतपाल महाराज ने कहा कि इसके पीछे एक बड़ी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड और केदारनाथ के प्रति विशेष लगाव है.