देहरादून: भगवान केदारनाथ धाम के कपाट तय तिथि यानी 29 अप्रैल को सुबह 6:10 बजे ही खुलेंगे. मंगलवार को इस संबंध में पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचगाई समिति के प्रमुख लोगों के साथ वरिष्ठ तीर्थपुरोहित, आचार्य और वेदपाठियों की मौजूदगी में केदारनाथ रावल भीमा शंकर लिंग की अध्यक्षता में हुई बैठक हुई थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. हालांकि कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए उत्तराखंड सरकार में धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आगे बढ़ाने को लेकर एक बार केदारनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) से अनुरोध भी करेंगे.
धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि को लेकर ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में एक बैठक हुई थी. बैठक में केदारनाथ के रावल भीमा शंकर और धाम से जुड़े ब्राह्मण समाज के तमाम पुरोहितों ने निर्णय लिया है कि 29 अप्रैल को ही केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. इसकी जानकारी सूबे के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को दे दी गई है. जिसे देखते हुए सरकार व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने में जुट गया है.
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यही नहीं सतपाल महाराज ने बताया कि हाल की व्यवस्थाओं को देखते हुए केदारनाथ धाम के रावल और तीर्थ-पुरोहितों से अनुरोध किया जाएगा कि केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि को बदला जाए. अगर तिथि नहीं बदली जाती है तो उस पर भी विचार किया जाएगा.
केदारनाथ रावल किए गए क्वारंडाइन
सतपाल महाराज ने बताया कि केदारनाथ के रावल भीमा शंकर क्वारंटाइन हो गए हैं. केदारनाथ के रावल को क्वारंटाइन करने में कोई समस्या नहीं है. क्योंकि केदारनाथ के रावल की गद्दी ऊखीमठ में होती है. रावल ऊखीमठ के ही एक पुजारी को नामित करते हैं जो बाबा केदारनाथ के कपाट को खोलता है.