देहरादून: एक तरफ जहां उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है, वहीं, ऐसे समय में राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अपनी कथा में व्यस्त हैं. वहीं, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री का भी यही हाल है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, चारधाम यात्रा को छोड़कर कर्नाटक चुनाव में व्यस्त हैं. चारधाम यात्रा, उत्तराखंड के लिहाज से बहुत ही बड़ी यात्रा है. ऐसे में धामी सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों का ऐसे समय में नदारद रहना बहुत से सवाल खड़े करता है.
बता दें उत्तराखंड में इस वक्त चारधाम यात्रा जोरों से चल रही है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. वहीं इस बीच उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री ही उत्तराखंड से गायब हैं. पर्यटन मंत्री की सोशल मीडिया की पोस्ट से जानकारी मिली है कि वह छत्तीसगढ़ में कई अपने धार्मिक कार्यक्रमों में कथा वाचन कर रहे हैं. एक तरफ जहां यात्रा शुरू होने के बाद हफ्ते भर के भीतर 15 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी गायब हैं. धन सिंह रावत इन दिनों कर्नाटक में भाजपा के लिए वोट मांग रहे हैं.
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चारधाम यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. विपक्ष कह रहा है कि चारधाम यात्रा के लिए सरकार की व्यवस्थाएं नाकाफी हैं. वहीं चारधाम यात्रा से जुड़े दोनों महत्वपूर्ण महकमों के मंत्रियों के प्रदेश से नदारद रहने की बात ने विपक्ष के इस मुद्दे में आग में घी का काम कर दिया है. उत्तराखंड सरकार के मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्य मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री इन जिम्मेदारियों से दूर कैसे?
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आज बस्तर जगदलपुर में विशाल सद्भावना सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें बड़ी संख्या में प्रवचन सुनने पहुंचे आदिवासी लोगों के बीच सद्भावना का संदेश दिया। सम्मेलन के दौरान प्रलोभन से धर्मांतरण करने को अपराध बताते हुए अपने विचार व्यक्त किए। pic.twitter.com/yY0Gl4rMYf
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ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. पर्यटन मंत्री हर साल यात्रा के दौरान प्रदेश से ज्यादातर बाहर ही रहते हैं. इसी के चलते उन पर अक्सर विपक्ष पार्ट टाइम पॉलीटिशियन का कटाक्ष करता है. गौरतलब है कि ये दोनों मंत्री इस बार किसी धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भी नहीं पहुंचे. ना ही यात्रा रोटेशन समिति द्वारा बसों को रवाना किए जाते समय ये दोनों मंत्री मौजूद रहे. ऐसे में मंत्रियों को लेकर सवाल उठना लाजिमी है.
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उत्तराचखंड में अप्रैल माह के आखिर में शुरू हुई चारधाम यात्रा को हफ्ते भर से ज्यादा का समय हो चुका है. यात्रा की शुरुआत के पहले दिन के साथ ही श्रद्धालुओं की शिकायतें के साथ साथ मौतों का सिलसिला भी शुरू हो चुका था. चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं का इतना दबाव है कि 10 दिन के भीतर दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने धामों में दर्शन किए हैं. वहीं उत्तराखंड में लगातार खराब चल रहे मौसम के चलते शासन प्रशासन की चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं. ऐसे में प्रदेश से दो महत्वपूर्ण विभागों के मंत्रियों के गायब होने के बाद विपक्ष ने इस मामले को बेहद गंभीर माना है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा प्रदेश सरकार के मंत्रियों का यह रवैया बताता है कि सरकार उत्तराखंड की चारधाम यात्रा और उत्तराखंड की आर्थिकी को लेकर कितनी गंभीर है. चारधाम यात्रा को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है.