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अलविदा 2019: साल की वो 10 बड़ी खबरें, जो बन गईं इतिहास

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Published : Dec 24, 2019, 11:33 PM IST

Updated : Dec 27, 2019, 11:33 AM IST

साल 2020 की उलटी गिनती शुरू हो गई है. साल 2019 इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा. ईटीवी भारत आपको बताने जा रहा है कि साल 2019 की 10 बड़ी खबरें, जो पहली बार घटी और इतिहास बन गईं.

Year 2019 News
Year 2019 News

देहरादून: साल 2019 अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ अलविदा कहने जा रहा है. नजर डालते हैं, साल भर की उन सुर्खियों पर जिन्होंने पहली बार इतिहास में जगह बनाई. आपको बताते हैं साल 2019 में ऐसी कौन सी खबरें थीं, जो पहली दफा घटीं और खबर बन गई ?

1- पहली बार दो नेता पहुंचे संसद
17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मोदी 2.0 सरकार एक बार फिर से देश में सरकार बनी. वहीं मोदी सरकार की इस दूसरी पारी में उत्तराखंड से भाजपा के 2 नए चेहरे पहली बार संसद पहुंचे. जिसमें बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके तीरथ सिंह रावत संसद पहुंचे. इन्होंने संसद में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर कीर्तिमान स्थापित किया.

2- पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन
74वें पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उत्तराखंड पहली बार मेजबान बना. दिसंबर माह की 17 से 21 तारीख में हुए इस सम्मेलन में पूरे देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं के अध्यक्ष और सचिव के अलावा देश की संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी भी मौजूद रहे. उत्तराखंड के लिए निश्चित तौर से ये एक अविस्मरणीय पल था.

साल की वो 10 बड़ी खबरें, जो बन गईं इतिहास

पढ़ें- 2019: उत्तराखंड का राजनीतिक सफरनामा, BJP अर्श और कांग्रेस फर्श पर

3- चारधाम यात्रा पर 34 लाख यात्री पहुंचे

साल 2013 की आपदा के बाद जहां त्रासदी से लड़खड़ाए उत्तराखंड की ओर पूरे देश और दुनियां की नजरें टिकी थीं. सिर्फ 6 साल में चारधाम यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित किए. इस बार चारधाम यात्रियों की संख्या इतिहास में पहली बार 34 लाख के पार पहुंची.

4- साल 2019 की बर्फबारी
साल 2019 में शुरुआती सर्दियां काफी फीकी रही, लेकिन साल जाते-जाते इसका असर दिखा. दिसंबर महीने में हुई सीजन की पहली बर्फबारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.

5- उत्तराखंड बना बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य
दैवीय त्रासदी झेलने के बावजूद उत्तराखंड राज्य एक बार फिर से पटरी पर लौट रहा है. राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य और फिल्मों की शूटिंग की तमाम सहूलियत होने के चलते उत्तराखंड में फिल्म उद्योग भी पैर पसार रहा है. यही वजह है कि उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और सरकार की सहज नीतियों ने उत्तराखंड को बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य का खिताब जिताया है.

6- ₹400 करोड़ की शाही शादी
इसी साल उत्तराखंड राज्य के औली हिल स्टेशन में हुई शाही शादी ने भी खूब चर्चाएं बटोरी. सहारनपुर मूल के साउथ अफ्रीका में रहने वाले गुप्ता बंधुओं के परिवार की शादी ने कई महीनों तक अखबार और मीडिया की सुर्खियों में जगह बनाई. इस शाही शादी से उत्तराखंड में पर्यटन और यहां के पौराणिक महत्व को खासा बढ़ावा मिला.

पढ़ें- उत्तराखंड क्रिकेट के लिए बेहतर रहा 2019, मिली कई बड़ी सौगातें

7- कोश्यारी के राज्यपाल बनते ही राजनीतिक उठापटक

साल 2019 में 17वीं लोकसभा चुनाव में जहां मोदी ने दूसरी पारी में कई नए चेहरों को जगह दी. तो कई पूर्व सांसदों का भी टिकट कटा. जिसमें उत्तराखंड के भगत सिंह कोश्यारी भी शामिल थे. हालांकि भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया. जिसके बाद महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के बवाल में उनकी अहम भूमिका भी सामने आई. इसके चलते उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता भगत सिंह कोश्यारी भी खूब चर्चा में रहे.

8- सुलझा विवादित एनआईटी का मुद्दा
पिछले कई सालों से विवादों में चल रहा श्रीनगर एनआईटी का मामला एक बार भी पूरे साल चर्चाओं में रहा. बीच में खबरें चलीं कि एनआईटी उत्तराखंड से शिफ्ट कर दिया है. फिर एनआईटी के छात्रों और प्रशासन के विरोध के बाद ये मामला राजनीतिक रूप से खूब गरमाया. बाद में स्थानीय विधायक और सरकार में राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बातचीत कर एनआईटी का मामला सुलझाया.

9- औली में पहली बार स्नो शूइंग खेल का आयोजन
विश्वप्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली में स्नो शूइंग खेलों का आयोजन किया गया. स्नो शूइंग खेल में खास किस्म के जूते पहनकर 5 फीट या इससे अधिक बर्फ पर भी आसानी से चला जा सकता है. यह देश में पहली बार है जब औली में शूइंग खेलों का आयोजन किया गया.

10 मसूरी में फिल्म कॉन्क्लेव का आयोजन
राज्य सरकार ने उत्तराखंड को फिल्म शूटिंग हब बनाने की दिशा में मसूरी में पहली बार फिल्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया. जिसमें देशभर के जाने माने फिल्म निर्माता हिस्सा लेने पहुंचे थे. इस दौरान राज्य सरकार ने फिल्म शूटिंग के लिहाज से प्रदेश को और भी फ्रैंडली बनाने की बात कही थी. साथ ही सीएम ने फिल्मों के लिए 1.5 करोड रुपये की सब्सिडी देने की बात भी कही थी.

देहरादून: साल 2019 अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ अलविदा कहने जा रहा है. नजर डालते हैं, साल भर की उन सुर्खियों पर जिन्होंने पहली बार इतिहास में जगह बनाई. आपको बताते हैं साल 2019 में ऐसी कौन सी खबरें थीं, जो पहली दफा घटीं और खबर बन गई ?

1- पहली बार दो नेता पहुंचे संसद
17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मोदी 2.0 सरकार एक बार फिर से देश में सरकार बनी. वहीं मोदी सरकार की इस दूसरी पारी में उत्तराखंड से भाजपा के 2 नए चेहरे पहली बार संसद पहुंचे. जिसमें बीजेपी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके तीरथ सिंह रावत संसद पहुंचे. इन्होंने संसद में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर कीर्तिमान स्थापित किया.

2- पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन
74वें पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उत्तराखंड पहली बार मेजबान बना. दिसंबर माह की 17 से 21 तारीख में हुए इस सम्मेलन में पूरे देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं के अध्यक्ष और सचिव के अलावा देश की संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी भी मौजूद रहे. उत्तराखंड के लिए निश्चित तौर से ये एक अविस्मरणीय पल था.

साल की वो 10 बड़ी खबरें, जो बन गईं इतिहास

पढ़ें- 2019: उत्तराखंड का राजनीतिक सफरनामा, BJP अर्श और कांग्रेस फर्श पर

3- चारधाम यात्रा पर 34 लाख यात्री पहुंचे

साल 2013 की आपदा के बाद जहां त्रासदी से लड़खड़ाए उत्तराखंड की ओर पूरे देश और दुनियां की नजरें टिकी थीं. सिर्फ 6 साल में चारधाम यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित किए. इस बार चारधाम यात्रियों की संख्या इतिहास में पहली बार 34 लाख के पार पहुंची.

4- साल 2019 की बर्फबारी
साल 2019 में शुरुआती सर्दियां काफी फीकी रही, लेकिन साल जाते-जाते इसका असर दिखा. दिसंबर महीने में हुई सीजन की पहली बर्फबारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.

5- उत्तराखंड बना बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य
दैवीय त्रासदी झेलने के बावजूद उत्तराखंड राज्य एक बार फिर से पटरी पर लौट रहा है. राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य और फिल्मों की शूटिंग की तमाम सहूलियत होने के चलते उत्तराखंड में फिल्म उद्योग भी पैर पसार रहा है. यही वजह है कि उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और सरकार की सहज नीतियों ने उत्तराखंड को बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य का खिताब जिताया है.

6- ₹400 करोड़ की शाही शादी
इसी साल उत्तराखंड राज्य के औली हिल स्टेशन में हुई शाही शादी ने भी खूब चर्चाएं बटोरी. सहारनपुर मूल के साउथ अफ्रीका में रहने वाले गुप्ता बंधुओं के परिवार की शादी ने कई महीनों तक अखबार और मीडिया की सुर्खियों में जगह बनाई. इस शाही शादी से उत्तराखंड में पर्यटन और यहां के पौराणिक महत्व को खासा बढ़ावा मिला.

पढ़ें- उत्तराखंड क्रिकेट के लिए बेहतर रहा 2019, मिली कई बड़ी सौगातें

7- कोश्यारी के राज्यपाल बनते ही राजनीतिक उठापटक

साल 2019 में 17वीं लोकसभा चुनाव में जहां मोदी ने दूसरी पारी में कई नए चेहरों को जगह दी. तो कई पूर्व सांसदों का भी टिकट कटा. जिसमें उत्तराखंड के भगत सिंह कोश्यारी भी शामिल थे. हालांकि भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया. जिसके बाद महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के बवाल में उनकी अहम भूमिका भी सामने आई. इसके चलते उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता भगत सिंह कोश्यारी भी खूब चर्चा में रहे.

8- सुलझा विवादित एनआईटी का मुद्दा
पिछले कई सालों से विवादों में चल रहा श्रीनगर एनआईटी का मामला एक बार भी पूरे साल चर्चाओं में रहा. बीच में खबरें चलीं कि एनआईटी उत्तराखंड से शिफ्ट कर दिया है. फिर एनआईटी के छात्रों और प्रशासन के विरोध के बाद ये मामला राजनीतिक रूप से खूब गरमाया. बाद में स्थानीय विधायक और सरकार में राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बातचीत कर एनआईटी का मामला सुलझाया.

9- औली में पहली बार स्नो शूइंग खेल का आयोजन
विश्वप्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली में स्नो शूइंग खेलों का आयोजन किया गया. स्नो शूइंग खेल में खास किस्म के जूते पहनकर 5 फीट या इससे अधिक बर्फ पर भी आसानी से चला जा सकता है. यह देश में पहली बार है जब औली में शूइंग खेलों का आयोजन किया गया.

10 मसूरी में फिल्म कॉन्क्लेव का आयोजन
राज्य सरकार ने उत्तराखंड को फिल्म शूटिंग हब बनाने की दिशा में मसूरी में पहली बार फिल्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया. जिसमें देशभर के जाने माने फिल्म निर्माता हिस्सा लेने पहुंचे थे. इस दौरान राज्य सरकार ने फिल्म शूटिंग के लिहाज से प्रदेश को और भी फ्रैंडली बनाने की बात कही थी. साथ ही सीएम ने फिल्मों के लिए 1.5 करोड रुपये की सब्सिडी देने की बात भी कही थी.

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एंकर- वर्ष 2019 अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ अलविदा कहने जा रहा है तो वहीं साल के जाते जाते एक नजर डालते हैं साल भर की उन सुर्खियों पर जिन्होंने पहली बार इतिहास में जगह बनाई। आइए आपको बताते हैं साल 2019 में ऐसी कौन सी खबरें थी जिन्होंने अपना इतिहास बनाया और जानते हैं इस साल पहली दफा ऐसा क्या घटा जो सुर्खियां बन गई।


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1)- पहली दफा दो नेता पहुंचे संसद--- 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मोदी 2.o सरकार बन कर एक बार फिर से देश में बनी तो वही मोदी सरकार की इस दूसरी पारी में उत्तराखंड से भाजपा के 2 नए चेहरे पहली बार संसद पहुंचे। जिसमे भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके तीरथ सिंह रावत ने संसद में पहुंचे और संसद में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर कई कीर्तिमान उत्तराखंड के नाम कीये।

2)- पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन-- 74 में पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उत्तराखंड पहली बार मेजबान बना। दिसंबर माह की 17 से 21 तारीख में हुए इस सम्मेलन में पूरे देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं के अध्यक्ष और सचिव के अलावा देश की संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारी मौजूद रहे। उत्तराखंड के लिए निश्चित तौर से यह एक अविस्मरणीय पल था।

3)- लाख चारधाम यात्रियों का आंकड़ा पहुंचा-- साल 2013 की आपदा के बाद जहां त्रासदी से लड़खड़ाए उत्तराखंड की ओर पूरे देश और दुनिया की नजरे थी तो वहीं मात्र 6 सालों में उत्तराखंड राज्य ने चार धाम यात्रा को लेकर सारे रिकॉर्ड के साथ साथ सबका भ्रम भी तोड़ दिया और इस बार चारधाम यात्रियों की संख्या इतिहास में पहली बार 34 लाख के पार पहुंची। उत्तराखंड की जीवन रेखा मानी जाने वाली यह यात्रा आज एक बार फिर से अपने शबाब पर है।

5)- साल 2019 की बर्फबारी-- हिमालय राज्य उत्तराखंड जहां लगातार विषम भौगोलिक परिस्थितियां और यहां की मौसम की अतकलियां अलग-अलग रंग दिखाती है तो वहीं साल 2019 के शुरुआती सर्दियां उत्तराखंड में काफी फीकी रही लेकिन इसका असर साल के जाते-जाते साल 2019 के आखिरी महीने में हुई सीजन की पहली बर्फबारी ने पूरा कर दिया। वर्ष 2018-19 के विंटर सीजन में बर्फबारी कम हुई तो वहीं साल 2019-20 के विंटर सीजन ने दिसंबर माह से ही अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।

6)- उत्तराखंड बना बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य-- दैवीय त्रासदी झेलने के बावजूद उत्तराखंड राज्य अब एक बार फिर से पटरी पर लौट रहा है। उत्तराखंड राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ फिल्मों की शूटिंग की तमाम सहुलत होने के चलते उत्तराखंड में फिल्म उद्योग ने भी अपना पैर पसार है। और यही वजह है कि उत्तराखंड के प्राकृतिक सुंदरता और सरकार की सहज नीतियों ने उत्तराखंड को बेस्ट शूटिंग फ्रेंडली राज्य का खिताब जिताया।

7)- 400 करोड़ की शाही शादी-- वर्ष 2019 में उत्तराखंड राज्य के ओली हिल स्टेशन में हुई शाही शादी ने भी खूब चर्चाएं बटोरी। सहारनपुर मूल के साउथ अफ्रीका में रहने वाले गुप्ता बंधुओं के परिवार की शादी ने कई महीनों तक अखबार और मीडिया की सुर्खियों में जगह बना कर रखी हालांकि इस शाही शादी से उत्तराखंड में पर्यटन और यहां के पौराणिक महत्व को खासा बढ़ावा मिला।

8)- कोशियारी के राज्यपाल बनते ही बवाल-- वर्ष 2019 में हुए 17वीं लोकसभा चुनाव में जंहा मोदी ने दूसरी पारी में कई नए चेहरों को जगह दी तो वही कई पूर्व सांसदों का भी टिकट कटा। जिसमें उत्तराखंड के भगत सिंह कोश्यारी शामिल थे। भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया लेकिन राज्यपाल बनते ही महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के बवाल में राज्यपाल की अहम भूमिका रही इसके चलते उत्तराखंड से आने वाले वरिष्ठ नेता भगत सिंह कोश्यारी खूब चर्चा में रहे।

9)- सुलझा विवादित एनआईटी का मुद्दा-- पिछले कई सालों से विवादों में चल रहा श्रीनगर एनआईटी का मामला इस बार भी पूरे साल चर्चाओं में रहा। बीच मे खबरे चली की एनआईटी उत्तराखंड से शिफ्ट कर दिया है और फिर एनआईटी के छात्रों और प्रशासन के विरोध के बाद यह मामला राजनीतिक रूप से खूब गरमाया, स्थानीय लोगों ने भी मोर्चा खोला बाद स्थानीय विधायक और सरकार में राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बातचीत कर एनआईटी का मामला सुलझाया और आखिरकार एनआईटी का स्थाई केंपस आब श्रीनगर में ही बनाया जाएगा।


Conclusion:
Last Updated : Dec 27, 2019, 11:33 AM IST
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