देहरादून: केदारनाथ धाम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़ को व्यवस्थित करना पुलिस प्रशासन के लिए लगातार बड़ी चुनौती का विषय बना हुआ है. चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद जिस तरह केदारनाथ मंदिर में यात्रियों का तांता लगा हुआ है. उससे व्यवस्थाएं चरमरा रही है. बावजूद इसके धामों में निर्धारित संख्या और यात्रियों के पंजीकरण के साथ प्लॉट व्यवस्था करने के बाद भी व्यवस्था पुलिस और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
ऐसे में डीजीपी अशोक कुमार ने सोमवार सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक का निरीक्षण किया. इस दौरान डीजीपी ने तमाम व्यवस्थाओं को पुलिस और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से बेहतर करने के आवश्यक दिशा निर्देशों पर जोर दिया. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सोनप्रयाग गौरीकुंड केदार घाटी के छोटे व जटिल रास्तों पर तमाम भीड़ का वीडियो वायरल होने से अलग से चिंता बढ़ती जा रही है. ऐसे में पुलिस महानिदेशक कुमार ने यात्रा मार्ग पर उतर श्रद्धालुओं की हर संभव मदद के लिए पुलिसकर्मियों को प्रेरित किया है. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थित तरीके से संचालित को इसके लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है.
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टोकन सिस्टम को समझना जरूरी: डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि केदारनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को कई कई घंटे बारिश-बर्फबारी और खराब मौसम में लाइन बनाकर खड़ा ना होना पड़े, इसके लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था बनाई गई है. टोकन व्यवस्था में यात्रियों को उनके दर्शन से 1 घंटे पहले लाइन में आने की व्यवस्था बनाई गई हैं, लेकिन उसके बावजूद भी लोग लाइन पर घंटों खड़े हैं. जिसके चलते कई तरह की परेशानियां सामने आ रही है. ऐसे में इस टोकन व्यवस्था को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए पुलिस प्रशासन को नई तरीके से दिशा निर्देश दिए गए हैं. ताकि श्रद्धालुओं को कम से कम समय पर बिना परेशानियों के दर्शन कराए जा सके.
सोनप्रयाग से केदारनाथ संकरे संवेदनशील रास्तों पर अतिरिक्त पुलिस बल: डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि पिछले दिनों जिस तरह के सोनप्रयाग में भीड़भाड़ के वीडियो वायरल हुए थे. उसको देखते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर तीन दिन तक धाम में कैंप कर व्यवस्थाओं को बेहतर करने का भी कार्य किया. इसके अलावा सोनप्रयाग गौरीकुंड के बीच छोटे-संकरे व संवेदनशील रास्तों में यात्रियों की भारी भीड़ आवाजाही अव्यवस्था को भी बेहतर तरीके से सुधार पर पुलिस की ओर से जोर दिया जा रहा है.