ऋषिकेश: तीर्थ नगरी ऋषिकेश के यमकेश्वर ब्लॉक के ढौसण गांव में मवेशियों को चराने के लिए जंगल गए दो लोगों पर बाघ ने हमला कर दिया. बाघ के हमले में दोनों गभीर रूप से जख्मी हो गए. दोनों किसी तरह जान बचाकर में घर तक पहुंचे. परिजनों की उनकी हालत देख पैरों तले जमीन खिसक गई. आनन-फानन में आसपास के लोगों ने उन्हें घायल अवस्था में एम्स पहुंचाया. वहीं बाघ के हमले के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. वहीं लोगों ने राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है.
मवेशियों को लेकर गए थे जंगल: लक्ष्मणझूला पुलिस के मुताबिक रविवार सुबह ढौसण गांव निवासी धाम सिंह (55) पुत्र शेर सिंह और विनोद (43) पुत्र ज्योत सिंह मवेशियों को चराने के लिए जंगल गए थे. गांव के नजदीक जंगल में अचानक बाघ ने उन पर हमला कर दिया. बाघ ने पंजों और मुंह से वार करते हुए दोनों को जख्मी कर दिया. किसी तरह से बाघ के चंगुल से वह छूटकर गांव पहुंचे. आनन-फानन में ग्रामीणों ने उन्हें तत्काल निजी वाहन से एम्स में भर्ती कराया. लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि हमले में धाम सिंह गंभीर रूप से जख्मी हुआ है, जबकि, विनोद की हालत फिलहाल ठीक है.
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बाघ की धमक से लोगों में खौफ: वहीं, इस घटना से गांव के लोग खौफ में हैं. उन्होंने राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन से सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम के साथ ही गश्त बढ़ाने की मांग की है. बता दें कि क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क से लगा होने के कारण जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है. जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन सुरक्षा के लिहाज से गश्ती की बात तो करता है, लेकिन तस्वीरें जो सामने आती हैं वो ठीक उलट आती है. इससे पहले भी क्षेत्र में जंगली जानवरों की धमक देखने को मिलती रही है.