देहरादून: दून पुलिस ने शातिर वाहन चोर गिरोह को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने वाहन चोर गिरोह से पूछताछ के बाद अलग-अलग क्षेत्रों से चोरी की गयी सात लाख कीमत की 8 स्कूटी और मोटर साईकिल बरामद की हैं. साथ ही पुलिस ने तीन आरोपियों को भी मोरिसन मेमोरियल चर्च बकरालवाला के पास गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तीनो आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है.
पहली घटना 27 जून 2023 को सुशील सिंह रावत निवासी नत्थनपुर ने शिकायत दर्ज कराई की उनकी मोटरसाइकिल पीएनबी बैंक एस्लेहाल पार्किंग से किसी अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर ली गई है. जिस पर कोतवाली नगर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया. दूसरी घटना सादिक हुसैन निवासी सिंगल मंडी लक्खीबाग द्वारा चौकी लक्खीबाग में शिकायत दर्ज कराई की 30 जून 23 को किसी अज्ञात चोर द्वारा उनकी स्कूटी उनके घर के पास से चोरी कर ली है. जिस पर कोतवाली नगर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया. तीसरी घटना 4 जुलाई को नीलम अवस्थी निवासी आवसीय परिसर दून अस्पताल की तहरीर के अनुसार 4 जुलाई 23 को अज्ञात चोरों द्वारा उसकी स्कूटी दून अस्पताल की पार्किंग से चोरी कर ली. जिस पर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज हुआ. चौथी घटना सन्नी सिंह निवासी खुडबुड़ा की तहरीर के अनुसार 4 जुलाई 23 को उनकी स्कूटी एक्टिवा को किसी अज्ञात चोर ने राजीव गांधी काम्प्लेक्स की पार्किंग से चोरी कर लिया. जिस पर थाना कोतवाली नगर में मुकदमा पंजीकृत किया गया.
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थाना क्षेत्र में लगातार हुई वाहन चोरी की घटनाओं के खुलासा के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने घटनास्थल के आस-पास आने जाने वाले मार्गों पर लगे लगभग 50 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. सीसीटीवी फुटेजो चेक करने के बाद घटना में शामिल संदिग्धों के फुटेज प्राप्त हुये. जिनके हुलिये का फोटोग्राफ निकालकर प्रोफाइल तैयार किये गये. आरोपियों के डोजियर से उनका मिलान किया गया. आरोपी नौसाद और नशा करने वालों के पूर्व में तैयार डोजियर से नसीम नाम के एक व्यक्ति के फोटोग्राफ्स का मिलान हुआ. पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर घटनाओं में शामिल आरोपी नसीम,नौशाद और राजेन्द्र को मोरिसन मेमोरियल चर्च बकरालवाला के पास गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से 5 स्कूटी और 3 बाइक बरामद की. एसपी क्राइम सर्वेश पंवार ने बताया आरोपी नशा करने के आदि हैं. नशे की लत को पूरा करने के लिए वे वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं. इनके द्वारा ऐसे पार्किंग स्थलों से गाडियां चिन्हित की जाती हैं जहां पर गार्ड टू व्हीलर को चेक नहीं करते.