ऋषिकेश: तीर्थनगरी में गुजरात के तीन युवक सेल्फी लेने के चक्कर में गंगा में डूब गए. जिसके बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस व एसडीआरएफ की टीम ने कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. जिसमें एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है. वहीं, दो युवकों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है. जिनकी तलाश के लिए एसडीआरएफ के द्वारा शनिवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
एसडीआरएफ की टीम शिवपुरी से लेकर नीम बीच तक लगातार अभियान चला रही है. इस अभियान में गंगा के अंदर कांटे डालकर और गोताखोर लगातार डाइविंग कर दो अन्य युवकों की तलाश कर रहे हैं. फिलहाल अभी दोनों का पता नहीं चल पाया है.
सीओ नरेंद्र नगर प्रमोद शाह ने बताया कि गुजरात के सूरत से 15 सदस्य पर्यटक दल डेनिस भाले और प्रतीक पांड्या के नेतृत्व में 19 जून को हरिद्वार पहुंचा था. जिसके बाद 20 जून यमुनोत्री, 22 जून गंगोत्री, 24 जून केदारनाथ और 26 जून बद्रीनाथ पहुंचे. 28 जून को ये दल सुबह ऋषिकेश में राफ्टिंग के लिए पहुंचा था. जिसके बाद सैलानियों ने राफ्ट से उतर गए लाइफ जैकेट उतारने के बाद नदी तट पर सेल्फी लेनी शुरू कर दी.
बताया जा रहा है कि इस दौरान दल का एक युवक पांव फिसलने के कारण नदी में जा गिरा. जिसे बचाने के लिए कुणाल कोसाडी और जेनिश पटेल भी नदी में कूद गए और तीनों डूब गए. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने युवकों की तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया. जिसमें एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है. जबकि, दो युवकों का अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है.