देहरादून: आगामी 2021 हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ के निर्माण कार्यों में टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी व गुणवत्ता में लापरवाही बरतने के चलते उत्तराखंड सिंचाई विभाग के तीन इंजीनियरों को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है.
आरोप के मुताबिक तीनों इंजीनियरों पर टेंडरों प्रक्रिया अनिमितताएं और लापरवाही बरतने के साथ ही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में शिकायत पाए जाने के बाद उत्तराखंड सरकार ने शासनादेश जारी कर तीनों विभाग के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है और अलग-अलग कार्यालयों में अटैच कर दिया है. साथ ही जांच के आदेश भी पारित किया है.
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पहला इंजीनियर
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेले के अलग-अलग निर्माण कार्यों के टेंडरों में गड़बड़ी पाए जाने पर इंजीनियर शरद श्रीवास्तव को सस्पेंड कर हरिद्वार स्थित सिंचाई कार्य मंडल कार्यालय में अटैच कर दिया है. शासन द्वारा जांच पड़ताल पर पाया गया कि आरोपित इंजीनियर शरद श्रीवास्तव के समय जारी टेंडरों में गड़बड़ी होने के कारण निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में भी फर्जीवाड़े का खेल हुआ है.
दूसरा इंजीनियर
वहीं, सिंचाई विभाग के इंजीनियर पुरुषोत्तम के खिलाफ भी शासन की जांच पड़ताल में कुंभ निर्माण कार्यों में गुणवत्ता में गड़बड़ी सामने आई है. उनके खिलाफ विकास कार्यों में धीमी गति से करने का फर्जीवाड़ा किया गया है. ऐसे में पुरुषोत्तम के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. सरकार ने उन्हें हरिद्वार के सिंचाई खंड कार्यालय में सम्बद्ध कर दिया है.
तीसरा इंजीनियर
उधर, सिंचाई विभाग के इंजीनियर प्रेम सिंह पंवार के खिलाफ भी टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी करने और कुंभ कार्यों में लापरवाही बरतने और विकास कार्यों की गुणवत्ता में खराबी आने के चलते राज्य सरकार ने इंजीनियर पवार को फटकार लगाते हुए निलंबित कर दिया है. साथ ही विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गये हैं. संबंधित अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी जांच पड़ताल के आदेश दिए गए हैं.