देहरादून: ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़े खाताधारक अब बेहद सावधान हो जाएं, क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र में सेंधमारी कर साइबर क्रिमिनल आए दिन नए-नए हथकंडे अपनाकर खाता धारकों की जमा पूंजी पर हाथ साफ कर रहे हैं. राजधानी देहरादून में गुरुवार बैंक साइबर क्राइम के एक साथ 3 मामले से दर्ज किए गए हैं.
1- ATM ने 80 हजार की साइबर ठगी
पहला मामला देहरादून के थाना प्रेमनगर क्षेत्र से हैं, जहां ATM से रुपये न निकलने की सूरत में साइबर ठगों ने 80 हजार की ठगी की. दरअसल, साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाली एक महिला ने अपनी तहरीर में बताया कि जब वह प्रेमनगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में रुपए निकालने गई, तभी प्रोसेसिंग के दौरान अचानक बिजली चली गई और रकम नहीं निकली. लेकिन फोन पर ATM से धनराशि निकासी का मैसेज आ गया. ऐसे में जब महिला ने इस मामले की शिकायत करने के लिए गूगल से पीएनबी बैंक कस्टमर केयर का नंबर तलाश कर उस नंबर पर फोन किया तो, सामने से खुद को पीएनबी कस्टमर केयर का अधिकारी बताते हुए धनराशि वापस कराने के नाम पर क्विक सपोर्ट ऐप डाउनलोड कराया गया.
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महिला के ऐप डाउनलोड करते ही खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले अज्ञात व्यक्ति ने एटीएम और बैंक से संबंधित जानकारी महिला को झांसे में लेकर प्राप्त की. कुछ ही देर बाद महिला के बैंक खाते से 80 हजार रुपये कट गये. पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई. साइबर पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है.
2- खाते से सवा दो लाख रुपये गायब
देहरादून के थाना प्रेम नगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उमेदपुर गांव के शिकायतकर्ता गणेश जोशी ने साइबर पुलिस को बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड से अलग-अलग तरीके से 2 लाख 24 हजार 127 रुपये निकाल लिए गए हैं. अपने स्तर पर जांच करने पर पता चला कि साइबर क्रिमिनल द्वारा खाते की जानकारी जुटाकर यह रकम गायब करने की घटना को अंजाम दिया गया है. वहीं, पीड़ित ने देहरादून साइबर पुलिस थाने में शिकायत दी है.
3- क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम 60 हजार की ठगी
देहरादून के थाना क्लेमेंटटाउन टर्नर रोड निवासी संदीप कुमार ने साइबर क्राइम पुलिस दी शिकायत में बताया कि उनको एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर स्वयं को 'रत्नाकर बैंक लिमिटेड' का क्रेडिट कार्ड विभाग का अधिकारी बताया. अज्ञात कॉलर ने फोन पर बताया कि RBL Credit card विभाग उनकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाना चाहता है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड का नंबर और ओटीपी बताने को कहा गया. जैसे ही बताए गए प्रोसेस के मुताबिक ओटीपी नंबर अज्ञात कॉलर को बताया गया, उसी दौरान बैंक खाते से 60 हजार 600 रुपये निकाल लिए गए. वह इस मामले में शिकायतकर्ता की तहरीर पर साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
ऐसे बने जागरूक
- फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर धोखाधड़ी के मामले इन दिनों चरम पर हैं. उत्तराखंड साइबर पुलिस के मुताबिक किसी भी कस्टमर केयर के लिए गूगल सर्च इंजन का इस्तेमाल ना करें.
- आवश्यकता पड़ने पर संबंधित बैंक व कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही कस्टमर केयर नंबर की जानकारी जुटाए.
- किसी भी फोन कॉलर द्वारा खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले अज्ञात व्यक्ति को अपने वॉलेट सहित बैंक की संबंधी जानकारी और ओटीपी जैसे सूचना को साझा ना करें.
- किसी भी अनजान व्यक्ति महिला से फेसबुक या किसी अन्य सोशल साइड में दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकार ना करें यह बेहद खतरनाक हो सकता है.