देहरादून: प्रदेश में चलने वाले महत्वपूर्ण मेगा प्रोजेक्ट से जल्द ही उत्तराखंड की सूरत बदल जाएगी. उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बन रहे भारत-नेपाल कॉरिडोर, मानसखंड कॉरिडोर और देहरादून-दिल्ली इकोनॉमिक कॉरिडोर उत्तराखंड के विकास को नया आयाम देंगे. ये तीनों प्रोजेक्ट के स्टेटस को लेकर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु ने जानकारी दी.
भारत-नेपाल कॉरिडर: भारत और नेपाल कॉरिडोर फोर लेन सड़क बनाई जा रही है. यह सड़क 100 करोड़ की लागत से बनाई जाएगी. जो लगभग साढ़े चार किलोमीटर लंबी होगी. उत्तराखंड के बनबसा से नेपाल के लिए ये सड़क बनाई जाएगी. प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने कहा सड़क बनाने को लेकर तमाम स्वीकृति मिल चुकी है. 1 महीने के अंदर इस सड़क को बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. इस सड़क बनने से उत्तराखंड और नेपाल के बीच आसानी से आवागमन हो सकेगा. सबसे बड़ी बात है कि इससे व्यापार को काफी फायदा मिलेगा.
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मानसखंड कॉरिडोर: कुमाऊं मंडल में बनने वाले मानसखंड कॉरिडोर को लेकर प्रमुख सचिव ने कहा इसको लेकर भी काम शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट मानसखंड कॉरिडोर को लेकर आरके सुधांशु ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कुमाऊं मंडल के सभी धार्मिक स्थलों से लेकर बड़े पर्यटक स्थलों को भी इस मानसखंड कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा. अभी फिलहाल एक पूरा खाका तैयार किया जा रहा है, जिसके चलते कुमाऊं मंडल के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को जोड़ा जाएगा.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस: प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु ने देहरादून-दिल्ली इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि देहरादून से दिल्ली कॉरिडोर का काम अपने आखिरी चरण में है. इसे धरातल पर उतरते हुए देखा जा सकता है. देश की राजधानी से राज्य की राजधानी को केवल मात्र ढाई घंटे में जोड़ने की कवायद इस कॉरिडोर के माध्यम से की जा रही है. जिसका फायदा राज्य को मिलेगा. वहीं प्रदेश में पर्यटन उद्योग के साथ-साथ विकास को रफ्तार मिलेगी.