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उत्तराखंड में दुधारू पशुओं की होगी UID टैगिंग, तैयार किया जाएगा ऑनलाइन डाटा - दुधारू पशुओं की होगी UID टैगिंग

दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने की दिशा में उत्तराखंड पशु निदेशालय द्वारा मार्च 2020 तक हर एक गांव में दो पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान के बाद टैगिंग का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही इसका ऑनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा.

उत्तराखंड में दुधारू पशुओं की होगी UID टैगिंग.
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Published : Nov 19, 2019, 7:26 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पशु विभाग दुधारू पशुओं की यूआईडी टैगिंग करने जा रहा है. यूआईडी टैगिंग के लिए प्रदेश के 12 जिलों में 100 गांवों को चिह्नित किया जा चुका है. टैगिंग के बाद डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के एप पर इसे रजिस्टर कर ऑनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा.

प्रदेश में दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने की दिशा में उत्तराखंड पशु निदेशालय द्वारा मार्च 2020 तक हर एक गांव में दो पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान के बाद टैगिंग का लक्ष्य रखा गया है. जिसे ऐप पर रजिस्टर करवाया जाएगा ताकि, लावारिस पशुओं के मालिकों तक आसानी से पहुंचा जा सके.

ये भी पढ़ें: काशीपुर: सड़क दुर्घटना में मजदूर की मौत, राजमिस्त्री घायल

आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशु प्रजनन के लिए कृत्रिम गर्भाधान योजना शुरू की गई है और इसी योजना के तहत उत्तराखंड में इसकी शुरुआत की गई. इससे पहले प्रदेश के उधम सिंह नगर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उतारा गया था. वहां कामयाबी के बाद अब प्रदेश के अन्य 12 जिलों में इस योजना को शुरू किया जा रहा है.

देहरादून: उत्तराखंड में पशु विभाग दुधारू पशुओं की यूआईडी टैगिंग करने जा रहा है. यूआईडी टैगिंग के लिए प्रदेश के 12 जिलों में 100 गांवों को चिह्नित किया जा चुका है. टैगिंग के बाद डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के एप पर इसे रजिस्टर कर ऑनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा.

प्रदेश में दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने की दिशा में उत्तराखंड पशु निदेशालय द्वारा मार्च 2020 तक हर एक गांव में दो पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान के बाद टैगिंग का लक्ष्य रखा गया है. जिसे ऐप पर रजिस्टर करवाया जाएगा ताकि, लावारिस पशुओं के मालिकों तक आसानी से पहुंचा जा सके.

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आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशु प्रजनन के लिए कृत्रिम गर्भाधान योजना शुरू की गई है और इसी योजना के तहत उत्तराखंड में इसकी शुरुआत की गई. इससे पहले प्रदेश के उधम सिंह नगर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उतारा गया था. वहां कामयाबी के बाद अब प्रदेश के अन्य 12 जिलों में इस योजना को शुरू किया जा रहा है.

Intro:Feed on FTP by the name of folder- (uk_deh_02_UID_tagging_cow_vis_7205800) एंकर- उत्तराखंड में पशु विभाग दुधारू गायों की यूआई टैगिंग करने जा रहा है। यूआईडी टैगिंग के लिए प्रदेश के 12 जिलों में 100 गांवों को चिन्हित किया जा चुका है। तो यहीं टैगिंग के बाद डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की एप पर इसे रजिस्टर कर ऑनलाईन डेटा भी तैयार किया जाएगा।


Body:वीओ- प्रदेश में दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने की दिशा में उत्तराखंड पशु निदेशालय द्वारा मार्च 2020 तक हर एक गांव में दो पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान के बाद टैगिंग का लक्ष्य रखा गया है जिसे एप पर रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा ताकि लावारिस पशुओं के मालिकों तक आसानी से पहुंचा जा सके। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशु प्रजनन के लिए कृत्रिम गर्भाधान योजना शुरू की गई है और इसी योजना के तहत उत्तराखंड में यह शुरवात की गई। इस से पहले प्रदेश के उधमसिंह नगर में इस योजना को पाइलेट प्रोजेक्ट के रूप में उतारा गया था और अब प्रदेश के अन्य 12 जिलों में इस योजना को उतारा जा रहा है।


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