देहरादून: मई से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रहा है. जिसकी तैयारियों में पर्यटन विभाग जुटा हुआ है. इसी क्रम में जहां साल 2013 में आई भीषण आपदा के बाद चारधाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या को जानने के लिए पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की गई थी. लेकिन मौजूदा दौर को देखते हुए पर्यटन विभाग अब पंजीकरण की व्यवस्था में कुछ बदलाव करने जा रहा है. इस बार चारधाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों का फोटो के साथ पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिसका लिए फोटोमैट्रिक पंजीकरण किया जाएगा.
फोटोमैट्रिक पंजीकरण को लेकर पर्यटन विभाग में व्यवस्थाएं करने में जुटा है. ऐसे में चारधाम की यात्रा पर आने वाले यात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से अपना पंजीकरण करा पाएंगे. हालांकि, व्यवस्था पहली बार शुरू होने जा रही है. जिसमें यात्रियों का पंजीकरण के दौरान फोटो के साथ ही व्यक्ति संबंधित सभी जानकारियां ली जाएगी. जिससे चारधाम के दर्शन को जाने वाले यात्रियों का फोटो युक्त रिकॉर्ड पर्यटन विभाग के पास रहेगा.
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इस बार चारधाम की यात्रा में फोटोमैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था शुरू करने की मुख्य वजह यह है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोगों की पहचान आसानी से हो सके. क्योंकि साल 2013 में आई भीषण आपदा के दौरान हजारों लोग लापता हो गए थे और कई शवों की पहचान तक नहीं हो पाई थी. ऐसे में अब पर्यटन महकमा इस पर जोर दे रहा है कि अगर आपदा जैसे हालात बनते हैं या फिर जान-माल का नुकसान होता है तो फोटोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन से लोगों की शिनाख्त में आसानी होगी.
ज्यादा जानकारी देते हुए पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि पहली बार फोटोमैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की जा रही है. यह व्यवस्था ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन भी उपलब्ध रहेगी. ताकि यात्री अपने सहूलियत के अनुसार फोटोमैट्रिक पंजीकरण करा सकें.