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दून अस्पताल से चोरी हो रहे मोबाइल फोन, सुरक्षा पर उठे सवाल - theft in Doon Medical College

दून मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती मरीजों के साथ चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसके चलते बीमार मरीजों के साथ-साथ तीमारदारों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यह पब्लिक प्लेस है, हम किस-किस को यहां आने से रोके. जिसके बाद से अस्पतास में मरीजों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.

दून मेडिकल कालेज में कभी मरीज कभी तीमारदार का मोबाईल हो रहा चोरी.
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Published : Sep 28, 2019, 8:59 PM IST

देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में हजारों की संख्या में वायरल फीवर से पीडित मरीज भर्ती हो रहे हैं. जिसके चलते अस्पताल प्रशासन पर भारी दवाब बन रहा हैं. वहीं अब अस्पताल में मरीजों के साथ आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. इसी क्रम में बीती रात सेमी वीआईपी वार्ड संख्या 9 में कई मरीजों के मोबाइल फोन चोरी हो गए. साथ ही कई तीमारदारों के सामान के साथ भी छेड़छाड़ की गई है. मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का साफ कहना है कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं. जिसके बाद से अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

दून मेडिकल कालेज में बढ़ रही चोरी की घटनाएं.

बता दें कि अस्पताल परिसर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. बावजूद इसके अस्पताल में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. लेकिन मामले को लेकर कोई आरोपी पकड़ में नहीं आ रहा है. तीमारदार शांति देवी ने बताया कि वार्ड में 2 मरीजों के मोबाइल चोरी हुए हैं. साथ ही उनका सामान भी सुबह अव्यवस्थित मिला था.

ये भी पढ़े: प्रेम प्रसंग में रोड़ा बन रही प्रेमिका को प्रेमी ने उतारा मौत के घाट, पुलिस ने किया गिरफ्त

वहीं, अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट एनएस खत्री ने बताया कि यह पब्लिक प्लेस है हम किस-किस को यहां आने से रोकें. अस्पताल प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं.

देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में हजारों की संख्या में वायरल फीवर से पीडित मरीज भर्ती हो रहे हैं. जिसके चलते अस्पताल प्रशासन पर भारी दवाब बन रहा हैं. वहीं अब अस्पताल में मरीजों के साथ आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. इसी क्रम में बीती रात सेमी वीआईपी वार्ड संख्या 9 में कई मरीजों के मोबाइल फोन चोरी हो गए. साथ ही कई तीमारदारों के सामान के साथ भी छेड़छाड़ की गई है. मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन का साफ कहना है कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं. जिसके बाद से अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

दून मेडिकल कालेज में बढ़ रही चोरी की घटनाएं.

बता दें कि अस्पताल परिसर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. बावजूद इसके अस्पताल में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. लेकिन मामले को लेकर कोई आरोपी पकड़ में नहीं आ रहा है. तीमारदार शांति देवी ने बताया कि वार्ड में 2 मरीजों के मोबाइल चोरी हुए हैं. साथ ही उनका सामान भी सुबह अव्यवस्थित मिला था.

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वहीं, अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट एनएस खत्री ने बताया कि यह पब्लिक प्लेस है हम किस-किस को यहां आने से रोकें. अस्पताल प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं.

Intro:एंकर- देहरादून में चल रहे वायरल फीवर का दबाव सरकारी अस्पतालों में आराम से देखा जा सकता है। प्रतिदिन राजधानी देहरादून के सबसे बड़े अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज में हजारों की संख्या में मरीज आते हैं और रोजाना कई लोग अस्पताल में भर्ती होते हैं। लेकिन यहां भर्ती होने से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आपके ऊपर केवल बीमारी का ही नहीं बल्कि दून अस्पताल में सक्रिय एक और चोर गिरोह की भी नजरें बनी हुई है ।


Body:वीओ- दून अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को अक्सर लगता है कि अब वह डॉक्टर के करीब है तो सुरक्षित है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी ना सोचे क्योंकि जैसे ही आप ढूंढ अस्पताल में प्रवेश करेंगे वैसे ही चोर भी आपके पीछे सक्रिय हो जाते हैं। बीती रात भी कुछ ऐसा ही हुआ दून मेडिकल कॉलेज के सेमी वीआईपी वार्ड संख्या 9 में बीती रात कई मोबाइल चोरी हुए तो वही एक मरीज के साथ आए तीमारदार का सामान भी सुबह छित-विछत पाया गया। दून अस्पताल में एक तीमारदार शांति देवी ने बताया कि उसके आसपास मौजूद 2 मरीजों का मोबाइल चोरी हुआ तो वही उसके सामान भी सुबह उन्हें अलग अवस्था में प्राप्त हुआ।

बाइट- शांति देवी, तीमारदार दून अस्पताल

पब्लिक प्लेस है जनाब नहीं रोक सकते हैं चोरी-अधिकारी.....

दून अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों के साथ होने वाली चोरी की इन घटनाओं से भले ही मरीजों की परेशानी कई गुना बढ़ जाए लेकिन अफसोस की बात यह है कि अस्पताल प्रशासन को यह समस्या बहुत छोटी समस्या लगती है। और अस्पताल प्रशासन का साफ कहना है कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने में असमर्थ हैं। अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंड एनएस खत्री के जब हमने इस समस्या को संज्ञान में लाया तो उनके जवाब से ऐसा लग रहा था कि उन्हें इस समस्या के बारे में पहले से ही जानकारी है, लेकिन उन्हें समस्या कोई बड़ी समस्या नहीं लगती है। उन्होंने साफ कहा कि यह पब्लिक प्लेस है जनाब किस-किस को रोके।
अधिकारियों का यह जवाब तब है जब अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे है लेकिन उसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन चोरी की घटनाओं को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आता है।

बाइट- एनएस खत्री, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंड दून मेडिकल कॉलेज





Conclusion:चोरी नहीं रोकी तो किसी दिन हो सकती है बड़ी वारदात---

दून अस्पताल में लगातार हो रही इन चोरी की वारदातों का संबंध केवल चोरी तक सीमित नहीं है। सवाल इस बात का है कि जब कोई भी व्यक्ति बिना किसी झिझक के मरीज के सिरहाने रखा मोबाइल उठा सकता है तो वह मरीज पर लगी ड्रिप या फिर किसी भी तरह के सयंत्र के साथ छेड़खानी कर सकता है। अगर इस तरह से हो रही घटनाओं पर लगाम नहीं लगाई गई तो दून अस्पताल में गलत इरादे रखने वाले लोग बिना रोक-टोक घूमते रहेंगे ये कहना गलत नही होगा।
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