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कोरोना दहशत: जमात से लौटने वालों का नहीं मिल रहा सुराग, पुलिस छानबीन में जुटी

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Published : Apr 1, 2020, 12:53 PM IST

Updated : Apr 1, 2020, 5:08 PM IST

जमात से लौटे कई लोगों का उत्तराखंड में कोई सुराग नहीं मिल रहा है. ऐसे में पुलिस इन जमातियों की छानबीन और पहचान करने में जुटी हैं, जो पहले की अलग-अलग टोलियों में जमात से घर लौट चुके हैं. पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती सामने आ रही है कि यह लोग कौन हैं और कहां के हैं.

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डीजी अशोक कमार

देहरादून: जमात से लौटे मुस्लिम समुदाय के कई लोग दिल्ली निजामुद्दीन में होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. इनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और अभी तक 9 जमातियों की मौत भी हो चुकी है. उधर जमात की अंतिम टोलियों में से 26 लोग उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार व उत्तरकाशी (मोरी ) जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस ने सभी 26 लोगों का सत्यापन कर यह पता लगाया है कि यह सभी 26 लोग फ़िलहाल दिल्ली निजामुद्दीन में ही हैं, लेकिन चिंता का विषय यह है कि इससे पहले की टीमों में लौटे जमात में कई लोग उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हो सकते हैं.

जमात से लौटे कई लोगों का उत्तराखंड में पता नहीं.

वहीं ऐसे में पुलिस विभाग का पूरा तंत्र उन जमातियों की तलाश में में जुटा है, जो पहले की अलग-अलग टोलियों में जमात से घर लौट चुके हैं. पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती सामने आ रही है कि यह लोग कौन हैं और कहां के हैं. पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि इन लोगों को कैसे और कहां ढूंढा जाए.

मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि जमात की अंतिम टोली में लौटे 26 लोगों की जानकारी जुटा कर उनका सत्यापन किया जा चुका है. यह सभी 26 लोग फिलहाल उत्तराखंड में नहीं, बल्कि दिल्ली के निजामुद्दीन में ही मौजूद हैं, लेकिन एक बड़ा गम्भीर विषय यह सामने आ रहा है कि इससे पहले की जमात से लौटे कई टोलियों के लोग आखिर कौन हैं ? और कहां के हैं ? दिल्ली निजामुद्दीन में एकत्र हुए इन लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के चलते अब उत्तराखंड में पहले से घर आ चुके लोगों की तलाश में पुलिस तंत्र दिन रात जुटा हुआ है, ताकि कोरोना से जुड़े मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके.

ये भी पढ़े: एक्शन में रुड़की पुलिस, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर ड्रोन कैमरे से रखेगी नजर

वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उत्तराखंड में जमात से घर लौटे चुके पहले की टोलियां से अपील की है कि वह लोग पुलिस प्रशासन को अपनी जानकारी दें. ताकि उनका मेडिकल कराकर उनकी और अन्य लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के संबंध में आवश्यक कदम उठाए जा सकें.

देहरादून: जमात से लौटे मुस्लिम समुदाय के कई लोग दिल्ली निजामुद्दीन में होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. इनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और अभी तक 9 जमातियों की मौत भी हो चुकी है. उधर जमात की अंतिम टोलियों में से 26 लोग उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार व उत्तरकाशी (मोरी ) जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस ने सभी 26 लोगों का सत्यापन कर यह पता लगाया है कि यह सभी 26 लोग फ़िलहाल दिल्ली निजामुद्दीन में ही हैं, लेकिन चिंता का विषय यह है कि इससे पहले की टीमों में लौटे जमात में कई लोग उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हो सकते हैं.

जमात से लौटे कई लोगों का उत्तराखंड में पता नहीं.

वहीं ऐसे में पुलिस विभाग का पूरा तंत्र उन जमातियों की तलाश में में जुटा है, जो पहले की अलग-अलग टोलियों में जमात से घर लौट चुके हैं. पुलिस के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती सामने आ रही है कि यह लोग कौन हैं और कहां के हैं. पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि इन लोगों को कैसे और कहां ढूंढा जाए.

मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि जमात की अंतिम टोली में लौटे 26 लोगों की जानकारी जुटा कर उनका सत्यापन किया जा चुका है. यह सभी 26 लोग फिलहाल उत्तराखंड में नहीं, बल्कि दिल्ली के निजामुद्दीन में ही मौजूद हैं, लेकिन एक बड़ा गम्भीर विषय यह सामने आ रहा है कि इससे पहले की जमात से लौटे कई टोलियों के लोग आखिर कौन हैं ? और कहां के हैं ? दिल्ली निजामुद्दीन में एकत्र हुए इन लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के चलते अब उत्तराखंड में पहले से घर आ चुके लोगों की तलाश में पुलिस तंत्र दिन रात जुटा हुआ है, ताकि कोरोना से जुड़े मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके.

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वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उत्तराखंड में जमात से घर लौटे चुके पहले की टोलियां से अपील की है कि वह लोग पुलिस प्रशासन को अपनी जानकारी दें. ताकि उनका मेडिकल कराकर उनकी और अन्य लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के संबंध में आवश्यक कदम उठाए जा सकें.

Last Updated : Apr 1, 2020, 5:08 PM IST
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