देहरादून: वेतन ना मिलने और वेतन की गारंटी की मांग को लेकर अशासकीय कॉलेजों के शिक्षक लामबंद हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को अशासकीय महाविद्यालय के शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 का वेतन भुगतान न किए जाने के विरोध में गांधी पार्क पर धरना दिया.
शिक्षकों का कहना है कि लंबे समय से प्रदेश के शासकीय कॉलेजों के शिक्षक और कर्मचारी अपने संविधानिक अधिकार उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के अंतर्गत वेतन संबंधित संरक्षण को लेकर संघर्षरत हैं. हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (ग्रूटा) के महासचिव डॉ. डीके त्यागी का कहना है कि शिक्षकों को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होने पर कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन अंब्रेला एक्ट में शिक्षकों के वेतन का प्रावधान करना चाहिए.
पढ़ें- अधिकारियों और कर्मचारियों के 100% उपस्थिति के प्रस्ताव पर CM की मुहर
उन्होंने कहा कि बीते महीने सांकेतिक धरना देने पर सरकार ने शिक्षकों का 2 माह का वेतन रोक दिया है. जिससे शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. शिक्षकों का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को समय देना चाहिए. वहीं, अपनी मांगों को लेकर डीएबी, डीबीएस और एसजीआरआर कॉलेज के शिक्षक सांकेतिक धरने पर बैठे हैं.