देहरादून: गर्मियों की छुट्टियों के बाद अब प्रदेश में सरकारी स्कूल खुल चुके हैं. जिसके बाद अब सरकारी स्कूलों मे शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए विभाग की ओर से नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं. जिससे छात्र-छात्राओं का विकास हो सके और सरकारी स्कूलों मे छात्राओ की संख्या बढ़ सके. विगत दो वर्षों की बात करें तो छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन क्लास तो चली, लेकिन उसके बावजूद भी स्कूली शिक्षा और ज्ञान का पूरा लाभ छात्र नहीं ले पाये, साथ ही पठन-पाठन में भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ा.
कोरोनाकाल में छात्रों की पठन-पाठन प्रक्रिया में हुए नुकसान के लिए अब शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी स्कूलों को ब्रिज कोर्स के माध्यम से उसकी भरपाई करने के निर्देश दिए गए हैं. शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कोरोनाकाल में जिस सिलेबस से छात्र वंचित रह गए थे, उसे ब्रिज कोर्स के माध्यम से पूरा किया जाएगा. वहीं, स्कूलों में छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके, इसके लिए शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए प्रयास जारी हैं. साथ ही सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि गुणवत्ता परक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए.
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शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया शिक्षा के साथ ही मध्याहन भोजन की विशेष गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए सरकुर्लर भी जारी किया गया है. जिसमें प्रोटीन और स्टार्च का विशेष ध्यान रखने के साथ ही सप्ताह में छात्रों को 200 ml प्रोटीफाइड मिल्क देने को कहा गया है. जिसके लिए आंचल मिल्क के साथ बॉन्ड किया गया है. साथ ही सभी स्कूलों में किताबें पहुंच चुकी हैं. जहां पर नामांकन बढ़े हैं, वहां पर नई किताबें प्रिंट कर पहुंचाई जा रही हैं.