देहरादून: इलाज के लिए दर-दर भटकने वाले दंपती की खबर ईटीवी भारत पर देखने के बाद जाने-माने संत और ऋषिकेश परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि ने सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया है. स्वामी चिदानंद मुनि ने ईटीवी भारत से बातचीत कर पीड़ित दंपती की जानकारी हासिल की. उन्होंने कहा कि अगर मैं इन लोगों के लिए कुछ कर सकूं तो खुशी होगी. वहीं ईटीवी भारत द्वारा सामाजिक सरोकार की खबर दिखाए जाने की भी स्वामी चिदानंद मुनि ने सराहना की.
आपको बता दें कि ईटीवी भारत ने 10 अप्रैल को 40 वर्षीय दिनेश थपलियाल और कंचन थपलियाल की कहानी दिखायी थी. दिनेश थपलियाल अपनी किडनी की डायलिसिस के लिए हर दूसरे दिन देहरादून से जॉलीग्रांट अस्पताल जाते थे. लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इस दंपती को लॉकडाउन में घंटों पैदल चलना पड़ता है. प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई भी मदद नहीं मिल पा रही है. इस दंपती की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है.
ये भी पढ़े: LOCKDOWN: हर रोज दंपति करते हैं मदद का इंतजार, आपको रुला देगी इस परिवार की कहानी
इस खबर को देखने के बाद स्वामी चिदानंद ने दंपती की जानकारी हासिल की और विश्वास दिलाया कि अगर वह कुछ कर पाए तो उनके लिए बेहद खुशी की बात होगी. स्वामी चिदानंद ने ईटीवी भारत से इस परिवार का पूरा हाल जाना. स्वामी चिदानंद ने कहा कि अगर लाने ले जाने की व्यवस्था या रहने की कोई दिक्कत है तो ये लोग परिवार के साथ ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में आकर रह सकते हैं.
इतना ही नहीं स्वामी चिदानंद ने इन जैसे तमाम मरीजों के बारे में भी ईटीवी भारत से जानकारी हासिल की. स्वामीजी ने कहा कि अगर ऐसे और भी मरीज देहरादून में सड़कों पर घूम रहे हैं, जिन्हें उपचार के लिए डॉक्टर या परिवहन की दिक्कत आ रही है तो वह परमार्थ निकेतन से संपर्क कर सकते हैं.
ये भी पढ़े: इलाज के लिए नहीं भटकेंगे मरीज, निजी अस्पताल जल्द शुरू करेंगे OPD
वहीं ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने निजी अस्पतालों से ओपीडी सेवाएं शुरू कर मरीजों को देखने की अपील की है.