ऋषिकेशः अयोध्या राम जन्म भूमि को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में फैसला आने के बाद पूरे देश में खुशी की लहर है. वहीं, परमार्थ निकेतन के परमाध्य स्वामी चिदानंद मुनि ने भी फैसले का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर की है. उन्होंने कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि सभी को इस ऐतिहासिक फैसले का सम्मान करना चाहिए. जाति, धर्म की दीवारों को तोड़कर और दिलों को दिलों से जोड़कर हमें एक साथ नए भारत के निर्माण की ओर बढ़ना चाहिए.
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स्वामी चिदानंद ने कहा कि कोर्ट ने अपना फैसला दिया. लेकिन अब हमें कुछ ऐसे फैसले करने होंगे जिससे फासले दूर किये जा सके. सभी को मिलकर ऐसे कदम उठाने चाहिए. जिससे देश में सद्भाव और समरसता बनी रखे. ताकि सदियों तक इस ऐतिहासिक फैसले को याद रखा जाए. उन्होंने कहा कि देश का एक संविधान है और इसी में देश का समाधान भी है.
बता दें कि अयोध्या राम जन्म भूमि को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने आज ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 1046 पन्नों का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद देश में हर तरफ खुशी की लहर है.