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गुप्ता बंधुओं के शादी समारोह पर स्वामी अवधेशानंद का बयान, बोले- राज्य का होगा बड़ा फायदा

औली में होने जा रहे एनआरआई गुप्ता बधुओं की शादी को लेकर हो रहे विवाद पर आध्यात्मिक गुरू अवधेशानंद ने अपना समर्थन दिया है. उनका कहना है कि सभी को उत्तराखंड की उन्नति में सहयोग करना चाहिए. इस शादी से औली के वातावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.

गुप्ता बंधुओं की शादी पर गुरू अवधेशानंद का समर्थन.
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Published : Jun 15, 2019, 4:50 PM IST

Updated : Jun 15, 2019, 7:10 PM IST

देहरादूनः प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में होने जा रही एनआरआई गुप्ता परिवार की शादी इस वक्त पूरे देश में चर्चाओं में बनी हुई है, लेकिन प्रदेश में इस शादी को लेकर विरोध भी देखने को मिल रहा है, तो कहीं इसे समर्थन भी मिल रहा है. पर्यावरणविदों का कहना है कि इस शादी से औली का वातावरण दूषित होने के साथ राज्य की संस्कृति और सभ्यता के साथ भी खिलवाड़ होगा. उधर, देश के जाने-माने संत और गुप्ता परिवार के आध्यात्मिक गुरू व जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी है. उनका कहना है कि पर्यावरण की चिंता उन्हें भी है. इस शादी से औली के वातावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.

गुप्ता बंधुओं की शादी को गुरु अवधेशानंद ने पर्यावरण के अनुकूल बताया.

जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने Etv Bharat से बातचीत करते हुए बताया कि गुप्ता परिवार की आस्था उत्तराखंड से बेहद ज्यादा है. उनका परिवार आध्यात्मिकता से जुड़ा हुआ है. लिहाजा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके कहने की वजह से ही उन्होंने इस शादी का आयोजन उत्तराखंड में करने का मन बनाया है. अवधेशानंद की मानें तो यह परिवार चाहता तो देश के किसी भी कोने में इस शादी को आयोजित कर सकता था, लेकिन हिंदू संस्कृति से इनकी आस्था होने की वजह से उन्होंने चारों धाम और गंगा-यमुना की धरती में शादी आयोजित करने का मन बनाया है.

son of atul and ajay gupta.
अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत व अतुल गुप्ता के बेटे शशांक.

ये भी पढे़ंः गुप्ता ब्रदर्स के बेटों की 200 करोड़ की शाही शादी में न होगा नॉनवेज, न परोसी जाएगी शराब

अवधेशानंद ने कहा कि शादी में मात्र 150 लोग मेहमान के तौर पर आ रहे हैं. ऐसे में औली के वातावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जो लोग इस शादी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उन्हें ये भी ध्यान देना चाहिए कि इस शादी के बाद उत्तराखंड एक मैरिज डेस्टिनेशन को लेकर चर्चाओं में आएगा. जिससे कई लोग यहां पर शादी करने के लिए आएंगे. देवभूमि में किसी के साथ फेरे होते हैं, इससे बेहतर कुछ भी नहीं होगा.

उनका कहना है कि सभी को उत्तराखंड की उन्नति में सहयोग करना चाहिए. सरकार जिस तरह से उत्तराखंड के लिए काम कर रही है. उन्हें देखते हुए इस तरह के आयोजन उत्तराखंड में होना बेहद जरूरी है. साथ ही कहा कि इस शादी में देश-दुनिया से कई मेहमान पहुंच रहे हैं. जो उत्तराखंड के बारे में जानेंगे और आने वाले समय में इससे उत्तराखंड का फायदा होगा. ऐसे में सभी को ये सोचना चाहिए कि इतनी कठिन परिस्थितियों में एक बड़े शादी का आयोजन औली में हो रहा है, तो इसमें कुछ अच्छाई छुपी होगी.

गौर हो कि पूरे देश में इस वक्त 200 करोड़ की एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. बिजनेसमैन अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत की शादी 20 जून और अतुल गुप्ता के बेटे शशांक की शादी 22 जून को औली में होगी. सहारनपुर मूल के एनआरआई गुप्ता बंधुओं के बेटों की होने वाली शादी में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. इस हाई प्रोफाइल शादी पर देशभर की नजरें टिकी हैं. औली में इस समय शाही शादी के समारोह स्थल की साज सज्जा का काम युद्धस्तर पर जारी है.

देहरादूनः प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में होने जा रही एनआरआई गुप्ता परिवार की शादी इस वक्त पूरे देश में चर्चाओं में बनी हुई है, लेकिन प्रदेश में इस शादी को लेकर विरोध भी देखने को मिल रहा है, तो कहीं इसे समर्थन भी मिल रहा है. पर्यावरणविदों का कहना है कि इस शादी से औली का वातावरण दूषित होने के साथ राज्य की संस्कृति और सभ्यता के साथ भी खिलवाड़ होगा. उधर, देश के जाने-माने संत और गुप्ता परिवार के आध्यात्मिक गुरू व जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी है. उनका कहना है कि पर्यावरण की चिंता उन्हें भी है. इस शादी से औली के वातावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.

गुप्ता बंधुओं की शादी को गुरु अवधेशानंद ने पर्यावरण के अनुकूल बताया.

जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने Etv Bharat से बातचीत करते हुए बताया कि गुप्ता परिवार की आस्था उत्तराखंड से बेहद ज्यादा है. उनका परिवार आध्यात्मिकता से जुड़ा हुआ है. लिहाजा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके कहने की वजह से ही उन्होंने इस शादी का आयोजन उत्तराखंड में करने का मन बनाया है. अवधेशानंद की मानें तो यह परिवार चाहता तो देश के किसी भी कोने में इस शादी को आयोजित कर सकता था, लेकिन हिंदू संस्कृति से इनकी आस्था होने की वजह से उन्होंने चारों धाम और गंगा-यमुना की धरती में शादी आयोजित करने का मन बनाया है.

son of atul and ajay gupta.
अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत व अतुल गुप्ता के बेटे शशांक.

ये भी पढे़ंः गुप्ता ब्रदर्स के बेटों की 200 करोड़ की शाही शादी में न होगा नॉनवेज, न परोसी जाएगी शराब

अवधेशानंद ने कहा कि शादी में मात्र 150 लोग मेहमान के तौर पर आ रहे हैं. ऐसे में औली के वातावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जो लोग इस शादी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उन्हें ये भी ध्यान देना चाहिए कि इस शादी के बाद उत्तराखंड एक मैरिज डेस्टिनेशन को लेकर चर्चाओं में आएगा. जिससे कई लोग यहां पर शादी करने के लिए आएंगे. देवभूमि में किसी के साथ फेरे होते हैं, इससे बेहतर कुछ भी नहीं होगा.

उनका कहना है कि सभी को उत्तराखंड की उन्नति में सहयोग करना चाहिए. सरकार जिस तरह से उत्तराखंड के लिए काम कर रही है. उन्हें देखते हुए इस तरह के आयोजन उत्तराखंड में होना बेहद जरूरी है. साथ ही कहा कि इस शादी में देश-दुनिया से कई मेहमान पहुंच रहे हैं. जो उत्तराखंड के बारे में जानेंगे और आने वाले समय में इससे उत्तराखंड का फायदा होगा. ऐसे में सभी को ये सोचना चाहिए कि इतनी कठिन परिस्थितियों में एक बड़े शादी का आयोजन औली में हो रहा है, तो इसमें कुछ अच्छाई छुपी होगी.

गौर हो कि पूरे देश में इस वक्त 200 करोड़ की एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. बिजनेसमैन अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत की शादी 20 जून और अतुल गुप्ता के बेटे शशांक की शादी 22 जून को औली में होगी. सहारनपुर मूल के एनआरआई गुप्ता बंधुओं के बेटों की होने वाली शादी में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. इस हाई प्रोफाइल शादी पर देशभर की नजरें टिकी हैं. औली में इस समय शाही शादी के समारोह स्थल की साज सज्जा का काम युद्धस्तर पर जारी है.

Intro:गुप्ता बंधु के बचाव में आए स्वामी अवधेशनंद कहां उत्तराखंड को फायेदा होगा


Body:गुप्ता बंधु के बचाव में आए स्वामी अवधेशनंद कहां उत्तराखण्ड को फायेदा होगा


Conclusion:गुप्ता बंधु के बचाव में आए स्वामी अवधेशनंद कहां उत्तराखण्ड को फायेदा होगा
Last Updated : Jun 15, 2019, 7:10 PM IST
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