ऋषिकेश: करोड़ों देशवासियों के दिल में बसीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज हमारे बीच में नहीं है. सुषमा स्वराज के निधन पर उत्तराखंड में भी शोक की लहर है. उत्तराखंड से उनका अटूट रिश्ता था. उत्तराखंड में उन्हें ऋषिकेश एम्स की सौगात देने के लिए याद किया जाएगा.
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2004 में तत्कालीन एनडीए की सरकार में सुषमा स्वराज केंद्रीय स्वास्थ मंत्री थी. तब उन्होंने ऋषिकेश एम्स की नींव रखी थी, जो आज करीब 105 एकड़ में फैला है. आज पहाड़ के हजारों लोग एम्स अस्पताल की सेवाओं का फायदा उठा रहे हैं. यही कारण है यहां के लोग भी सुषमा को नम आंखों से याद कर रहे हैं.
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ऋषिकेश एम्स से पहले पहाड़ के लोगों को इलाज के लिए दिल्ली और चंडीगढ़ रुख करना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. ऋषिकेश में एम्स के खुलने से न सिर्फ पैसे की बचत हुई, बल्कि लोगों को अच्छा इलाज भी मिल रहा है. 1 फरवरी 2014 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज ने ऋषिकेश में एम्स की नींव रखी थी. हालांकि अभी भी ऋषिकेश एम्स पूरी तरह से अपने अस्तिव में नहीं आया है. लोगों का कहना है कि एम्स उत्तराखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जिसका श्रेय पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज को जाता है.