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सुखबीर सिंह संधू बने उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव, CM धामी से की मुलाकात - भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन थे सुखबीर संधू

Sandhu new cs
मुख्य सचिव
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Published : Jul 5, 2021, 1:49 PM IST

Updated : Jul 5, 2021, 7:16 PM IST

13:46 July 05

सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस अफसर हैं.

सुखबीर सिंह संधू बने उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव.

देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के बदलाव के साथ ही अधिकारियों में भी बदलाव हो रहा है. उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव (Chief Secretary) सुखबीर सिंह संधू (Sukhbir Singh Sandhu) होंगे. इसको लेकर शासनादेश भी जारी हो गया है. सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस (IAS) अफसर हैं. संधू को एनएचएआई (NHAI) के चेयरमैन पद से रिलीव कर दिया गया है. 

अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी ने कैबिनेट सचिव भारत सरकार को केन्द्र से रिलीव करने के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद संधू को केंद्र ने रिलीव कर दिया है. संधू के रिलीविंग लेटर में लिखा है कि उन्हें उनके मूल कैडर उत्तराखंड भेजा जा रहा है. वहीं, सोमवार को शासनादेश जारी होने के बाद नवनियुक्त मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. 
इस दौरान नए मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि जो भी जिम्मेदारी उन्हें सरकार की तरफ से दी जाएगी, वह उसे बेहतर तरीके से निभाएंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश के विकास के लिए बेहतर प्रयास करने के निर्देश दिए थे. बैठक खत्म होने के ठीक बाद नए मुख्य सचिव एसएस संधू से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुलाकात की. 

कौन हैं सुखबीर सिंह संधू ?  

सुखबीर सिंह संधू भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी हैं. वो अभी तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के चेयरमैन का पद संभाल रहे थे. 2019 में उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण का जिम्मा सौंपा गया था. उत्तराखंड सरकार ने उनको वापस बुलाने के लिए एक चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद उन्हें रिलीव कर दिया गया है. वह उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 

काम करने में तेजतर्रार माने-जाने वाले संधू के पास व्यापक अनुभव है. संधू केंद्र सरकार और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश तथा पंजाब सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री पंजाब, प्रकाश सिंह बादल के वो सचिव रहे हैं. उत्तराखंड में लौटने के बाद बीसी खंडूड़ी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत के प्रमुख सचिव भी रहे हैं. संधू मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत उच्च शिक्षा विभाग में अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं.

पढ़ें- तो क्या एक हफ्ते पहले हुई घटना के कारण हुई ओम प्रकाश की विदाई, पढ़िए वो वाकया

सुखबीर सिंह संधू छह साल से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे. उन्होंने अमृतसर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से इतिहास में मास्टर डिग्री के साथ वह विधि स्नातक भी हैं. मुख्य सचिव पद से उत्पल कुमार सिंह के रिटायरमेंट के वक्त भी सुखबीर सिंह संधू रेस में शामिल थे, लेकिन उस वक्त 1987 बैच के ओम प्रकाश को तरजीह दी गई. तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निकट होने का फायदा ओम प्रकाश को मिला था.

पिछले साल CS बने थे ओम प्रकाश

ओम प्रकाश को 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था. जब उत्पल कुमार सिंह अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हुए थे तो ओम प्रकाश को नया मुख्य सचिव बनाया गया था. उत्पल कुमार सिंह अभी लोकसभा सचिवालय और लोकसभा के महासचिव के पद पर नियुक्त हैं.

ओम प्रकाश के बारे में जानिए  

ओम प्रकाश उत्तराखंड कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उनको 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था. 14 मई 1962 को जन्मे वरिष्ठ आईएएस अफसर ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के बांका जिले के बौंसी के रहने वाले हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड में 13 जुलाई तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, सशर्त खुलेंगे शॉपिंग मॉल

ओम प्रकाश को हटने का कारण

मुख्य सचिव पद से ओमप्रकाश को हटाए जाने के पीछे उनका तुनक मिजाज रवैया, कहीं न कहीं उनके कार्यकाल में हुए तमाम विवाद और सरकारी कामों में उनका ढीला रवैया भी अहम वजह माना जा रहा है. यही नहीं, मुख्य सचिव रहते ओम प्रकाश पर दबाव कम करने के लिए सरकार ने मुख्य सलाहकार के रूप में पूर्व आईएएस अधिकारी शत्रुघ्न सिंह को भी अप्वॉइंट किया यह मुख्य सचिव ओमप्रकाश के लिए सबसे बड़ा फेलियर था.

मुख्यमंत्री बदलते ही बदले गए ओम प्रकाश

पुष्कर सिंह धामी ने एक दिन पहले रविवार को ही उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. खबर है कि एक सप्ताह पहले वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक सामान्य विधायक की हैसियत से मुख्य सचिव ओमप्रकाश से उनके विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित कुछ कार्यों को लेकर मिलने आए थे तो मुख्य सचिव से उनकी कुछ अनबन हो गई थी और उसके बाद धामी काफी गुस्से में मुख्य सचिव कार्यालय से चले गए थे. समय का चक्र ऐसा घूमा कि हफ्तेभर बाद ही धामी सीएम बन गए. इस घटना को सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है.

ओम प्रकाश की प्रोफेशनल प्रोफाइल

ओम प्रकाश 1987 बैच के आईएएस अफसर हैं. वो 1985 तक इनकम टैक्स विभाग में रहे. ओम प्रकाश की ट्रेनिंग जौनपुर, यूपी में हुई. वो एसडीएम, खुर्जा बुलंदशहर भी रहे. इसके साथ ही ओम प्रकाश सीडीओ-फतेहपुर भी रहे. उन्होंने डीएम-मऊ, गाजीपुर, बांदा, हाथरस और देहरादून का पद भी संभाला. ओम प्रकाश सेक्रेटरी- फाइनेंस और इंडस्ट्री को छोड़ सभी डिपार्टमेंट में तैनात रहे. ओम प्रकाश साल 2012 में प्रमुख सचिव बने थे. साल 2017 में अपर मुख्य सचिव बने और 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड के मुख्य सचिव बने.

ओम प्रकाश की एजुकेशनल प्रोफाइल

ओम प्रकाश ने बीएससी फिजिक्स-ऑनर्स पटना साइंस कॉलेज से किया है. वो एमएससी-थ्योरेटिकल फिजिक्स से हैं. ओम प्रकाश एम फिल-सीएसआईआर फ़ेलोशिप हैं.

13:46 July 05

सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस अफसर हैं.

सुखबीर सिंह संधू बने उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव.

देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के बदलाव के साथ ही अधिकारियों में भी बदलाव हो रहा है. उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव (Chief Secretary) सुखबीर सिंह संधू (Sukhbir Singh Sandhu) होंगे. इसको लेकर शासनादेश भी जारी हो गया है. सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस (IAS) अफसर हैं. संधू को एनएचएआई (NHAI) के चेयरमैन पद से रिलीव कर दिया गया है. 

अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी ने कैबिनेट सचिव भारत सरकार को केन्द्र से रिलीव करने के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद संधू को केंद्र ने रिलीव कर दिया है. संधू के रिलीविंग लेटर में लिखा है कि उन्हें उनके मूल कैडर उत्तराखंड भेजा जा रहा है. वहीं, सोमवार को शासनादेश जारी होने के बाद नवनियुक्त मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. 
इस दौरान नए मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि जो भी जिम्मेदारी उन्हें सरकार की तरफ से दी जाएगी, वह उसे बेहतर तरीके से निभाएंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश के विकास के लिए बेहतर प्रयास करने के निर्देश दिए थे. बैठक खत्म होने के ठीक बाद नए मुख्य सचिव एसएस संधू से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुलाकात की. 

कौन हैं सुखबीर सिंह संधू ?  

सुखबीर सिंह संधू भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी हैं. वो अभी तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के चेयरमैन का पद संभाल रहे थे. 2019 में उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण का जिम्मा सौंपा गया था. उत्तराखंड सरकार ने उनको वापस बुलाने के लिए एक चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद उन्हें रिलीव कर दिया गया है. वह उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 

काम करने में तेजतर्रार माने-जाने वाले संधू के पास व्यापक अनुभव है. संधू केंद्र सरकार और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश तथा पंजाब सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री पंजाब, प्रकाश सिंह बादल के वो सचिव रहे हैं. उत्तराखंड में लौटने के बाद बीसी खंडूड़ी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत के प्रमुख सचिव भी रहे हैं. संधू मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत उच्च शिक्षा विभाग में अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं.

पढ़ें- तो क्या एक हफ्ते पहले हुई घटना के कारण हुई ओम प्रकाश की विदाई, पढ़िए वो वाकया

सुखबीर सिंह संधू छह साल से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे. उन्होंने अमृतसर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से इतिहास में मास्टर डिग्री के साथ वह विधि स्नातक भी हैं. मुख्य सचिव पद से उत्पल कुमार सिंह के रिटायरमेंट के वक्त भी सुखबीर सिंह संधू रेस में शामिल थे, लेकिन उस वक्त 1987 बैच के ओम प्रकाश को तरजीह दी गई. तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निकट होने का फायदा ओम प्रकाश को मिला था.

पिछले साल CS बने थे ओम प्रकाश

ओम प्रकाश को 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था. जब उत्पल कुमार सिंह अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हुए थे तो ओम प्रकाश को नया मुख्य सचिव बनाया गया था. उत्पल कुमार सिंह अभी लोकसभा सचिवालय और लोकसभा के महासचिव के पद पर नियुक्त हैं.

ओम प्रकाश के बारे में जानिए  

ओम प्रकाश उत्तराखंड कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उनको 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था. 14 मई 1962 को जन्मे वरिष्ठ आईएएस अफसर ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के बांका जिले के बौंसी के रहने वाले हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड में 13 जुलाई तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, सशर्त खुलेंगे शॉपिंग मॉल

ओम प्रकाश को हटने का कारण

मुख्य सचिव पद से ओमप्रकाश को हटाए जाने के पीछे उनका तुनक मिजाज रवैया, कहीं न कहीं उनके कार्यकाल में हुए तमाम विवाद और सरकारी कामों में उनका ढीला रवैया भी अहम वजह माना जा रहा है. यही नहीं, मुख्य सचिव रहते ओम प्रकाश पर दबाव कम करने के लिए सरकार ने मुख्य सलाहकार के रूप में पूर्व आईएएस अधिकारी शत्रुघ्न सिंह को भी अप्वॉइंट किया यह मुख्य सचिव ओमप्रकाश के लिए सबसे बड़ा फेलियर था.

मुख्यमंत्री बदलते ही बदले गए ओम प्रकाश

पुष्कर सिंह धामी ने एक दिन पहले रविवार को ही उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. खबर है कि एक सप्ताह पहले वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक सामान्य विधायक की हैसियत से मुख्य सचिव ओमप्रकाश से उनके विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित कुछ कार्यों को लेकर मिलने आए थे तो मुख्य सचिव से उनकी कुछ अनबन हो गई थी और उसके बाद धामी काफी गुस्से में मुख्य सचिव कार्यालय से चले गए थे. समय का चक्र ऐसा घूमा कि हफ्तेभर बाद ही धामी सीएम बन गए. इस घटना को सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है.

ओम प्रकाश की प्रोफेशनल प्रोफाइल

ओम प्रकाश 1987 बैच के आईएएस अफसर हैं. वो 1985 तक इनकम टैक्स विभाग में रहे. ओम प्रकाश की ट्रेनिंग जौनपुर, यूपी में हुई. वो एसडीएम, खुर्जा बुलंदशहर भी रहे. इसके साथ ही ओम प्रकाश सीडीओ-फतेहपुर भी रहे. उन्होंने डीएम-मऊ, गाजीपुर, बांदा, हाथरस और देहरादून का पद भी संभाला. ओम प्रकाश सेक्रेटरी- फाइनेंस और इंडस्ट्री को छोड़ सभी डिपार्टमेंट में तैनात रहे. ओम प्रकाश साल 2012 में प्रमुख सचिव बने थे. साल 2017 में अपर मुख्य सचिव बने और 30 जुलाई 2020 को उत्तराखंड के मुख्य सचिव बने.

ओम प्रकाश की एजुकेशनल प्रोफाइल

ओम प्रकाश ने बीएससी फिजिक्स-ऑनर्स पटना साइंस कॉलेज से किया है. वो एमएससी-थ्योरेटिकल फिजिक्स से हैं. ओम प्रकाश एम फिल-सीएसआईआर फ़ेलोशिप हैं.

Last Updated : Jul 5, 2021, 7:16 PM IST
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