देहरादून: उत्तरकाशी जिले के पुरोला, नौगांव, बड़कोट, डामटा, कुआँ, मोरी, आराकोट, नैटवाड़ सहित आसपास के इलाकों में सब्जियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है. जिसके चलते पिछले काफी समय से यहां पर मंडी खोलने की मांग हो रही थी. किसानों की मांग को देखते हुए नौगांव में फल सब्जी मंडी का रास्ता साफ हो गया है और 9 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से मंडी का निर्माण होगा. इसमें दुकानों के साथ गोदाम और कोल्ड स्टोरेज भी बनाए जाएंगे. सब्जी मंडी बन जाने के बाद उत्तरकाशी क्षेत्र के किसानों को देहरादून, विकासनगर और ऋषिकेश नहीं आना होगा वह अपनी फसल वहीं बेच सकेंगे.
उत्तरकाशी के आसपास के गांवों में बड़े पैमाने पर फल और सब्जियों का उत्पादन होता है. यहां पर बड़े पैमाने पर सेब उत्पाद भी होते हैं. सालाना करीब 50 हज़ार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता है. साथ ही मटर, टमाटर और हरी सब्जियों की भी अच्छी पैदावार होती है. यहां के 60 प्रतिशत किसान फल और सब्जियों को बेचने के लिए देहरादून की निरंजनपुर मंडी में आते हैं. इस कारण इन किसानों को अपनी फसल की लागत के दाम नहीं मिल पाते हैं. जिसके चलते उत्तरकाशी के आसपास के किसान अपने क्षेत्र में ही उप सब्जी मंडी के बनाने की मांग कर रहे थे. जहां वह अपनी फसलों को सही दामों पर बेच सकें.
यह भी पढे़ं-बचानी होगी 'जसुली अम्मा' की पहचान, बिखर रही कुमाऊं की धरोहर
मंडी सचिव विजय थपियाल ने बताया कि मंडी के लिए जमीन हस्ताक्षरित हो चुकी है. मंडी में दुकानों के साथ ही गोदाम और कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना है. साथ ही उत्तरकाशी के आसपास के किसान फसल के बाजार में सही दाम मिलने पर बेच सकेंगे. उन्हें देहरादून, ऋषिकेश और विकास नगर की मंडी में नहीं आना होगा.