मसूरी: कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए मसूरी के उप-जिला चिकित्सालय लंढौर को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है. यहां कोविड-19 के मरीजों को आइसोलेट करने के साथ ही उनका इलाज भी किया जाएगा. इसके अलावा राजकीय सेंट मेरी चिकित्सालय कुलड़ी को कोरोना वैक्सीनेशन का सेंटर बनाया गया है.
उप-जिला चिकित्सालय लंढौर के सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह का कहना है कि बुधवार 28 अप्रैल से अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिसके लिए पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं. अस्पताल में अभी 14 वॉर्ड सामान्य रखे गए हैं. 5 वॉर्ड प्राइवेट कोरोना संक्रमितों के लिए बनाए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः कोरोना संक्रमितों के लिए जारी हुई एसओपी, मरीजों को होगी सहूलियत
सीएमएस से बताया कि अस्पताल में मरीजों के उपचार की सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गई है. हालांकि, अभी वेंटिलेटर शुरू नहीं किया गया है क्योंकि अस्पताल का हैंडओवर नहीं हुआ है. अस्पताल के कोविड अधिकारी डॉ. प्रदीप राणा ने बताया सामान्य रोगियों को अब स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने के लिए लंढौर कम्युनिटी अस्पताल जाना होगा. इसके अतिरिक्त टीकाकरण लाइब्रेरी गुरूद्वारा, आईटीबीपी, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के सामुदायिक भवन में भी किया जा रहा है. इसले अलावा झड़ीपानी व बार्लोगंज में भी टीकाकरण केंद्र खोला गया है.
कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन पर 10 हजार का चालान
उधर, मसूरी पुलिस ने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. पुलिस ने शहर में गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर एक मेडिकल स्टोर का ₹10 हजार का चालान किया है. कोतवाल देवेंद्र असवाल ने बताया कि मेडिकल स्टोर स्वामी द्वारा ग्राहकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया जा रहा था, जिसके चलते मेडिकल स्टोर का 83 पुलिस एक्ट के तहत 10 हजार का चालान किया गया. इसके अलावा कोतवाल देवेंद्र ने बताया कि जो लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, उनका 200 रुपये का चालान किया जा रहा है.